नैनीताल(ईएमएस)। यहां एक 12 साल की बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में भारी उपद्रव हुआ है। घटना से गुस्साए लोगों ने देर रात तक कुछ स्थानों पर तोड़फोड़ के साथ मस्जिद में पथराव किया। पुलिस ने लाठियां फटकार कर भीड़ को तितर-बितर किया। खबर लिखे जाने तक पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर उस्मान नाम के आरोपी को हिरासत में ले लिया था। मल्लीताल और आसपास बड़ी संख्या में पुलिस की भी तैनाती की गई है। जानकारी के अनुसार, बुधवार देर रात समुदाय विशेष के एक व्यक्ति पर किशोरी से दुष्कर्म का आरोप लगा। मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग बड़ी संख्या में कोतवाली पहुंच गए और विरोध शुरू कर दिया। इस दौरान उग्र भीड़ ने कुछ दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर लोगों से मारपीट कर दी। मल्लीताल क्षेत्र की मस्जिद पर कुछ अज्ञात लोगों ने पथराव कर दिया, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को नियंत्रित किया। आरोपी को पुलिस पकड़कर कोतवाली ले आई। ऐसे में उग्र लोगों ओर कई संगठनों ने देर रात कोतवाली पहुंचकर हंगामा काटना शुरू कर दिया। नैनीताल में सामने आई दुष्कर्म की घटना के विरोध में कई स्थानीय सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने एकजुट होकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। इसके लिए शहर में रात को जुलूस निकालकर नारेबाजी की और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। कहा, यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन होगा। इस दौरान पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखी। संगठनों ने प्रशासन को चेताया कि किसी भी प्रकार की ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी। युवाओं और महिलाओं की बड़ी भागीदारी इस विरोध में देखी गई। संगठनों का कहना था कि बेटियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता। जुलूस शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए कोतवाली पहुंचा। घटना के विरोध में एकत्र हुई भीड़ जब कोतवाली पहुंची, तो पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की घटनाएं भी सामने आईं। आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और तत्काल कार्रवाई की मांग की। स्थिति कुछ देर के लिए पूरी तरह तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने संयम बरतते हुए हालात को बिगड़ने से रोका। कुछ युवकों ने पुलिस बैरिकेड्स को हटाने की कोशिश की, जिसे समय रहते नियंत्रण में लिया गया। कुछ स्थानों पर हंगामा और नारेबाजी भी हुई। कोतवाली में तैनात अधिकारियों ने लोगों को समझाकर शांत कराया। महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया, ताकि भीड़ को शांतिपूर्वक नियंत्रित किया जा सके। वीरेंद्र/ईएमएस/01मई 2025