कोरबा (ईएमएस) प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी कोरबा अंचल के बुधवारी बाजार मेला मैदान में छत्तीसगढ़ी डिज्नीलैंड मेला नए कलेवर के साथ जिलेवासियों का मनोरंजन कर रहा हैं। मेला संचालक कुलदीप ताम्रकार ने जानकारी देते हुए बताया कि देश के 4 राज्यो में वे छत्तीसगढ़ी डिज्नीलैंड मेला लगाते हैं और वे वहां के लोगों को बताते भी हैं कि छत्तीसगढ़ में क्या है, यहां का महत्व क्या है। इस बार यह मेला अलग ही अंदाज, रंग और रौनक के साथ नजर आ रहा है। मेला का प्रवेश द्वार पर्यावरण संरक्षण, पौधा, मिट्टी, जल के बचाव/संरक्षण, प्रकृति प्रेम का संदेश दे रहा है और काफी सुकून का आभास करा रहा है। मेला संचालक ने बताया कि विदेशी तर्ज पर यहां एक अनोखी “फिश टनल” का रोमांच देखते ही बन रहा हैं, जिसमें कई देशों की विभिन्न प्रजातियों की मछलियां तैरती देख लोग आनंदित हो रहे हैं। इस फिश टनल में जलपरियों को जल क्रीड़ा करते देखना एक अलग की आनंद लोगो को दे रहा हैं। मेला में मौत का कुंआ के स्थान पर पहली बार एक प्रसिद्ध फर्म द्वारा तैयार की गई फिश टनल को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह समुद्र के अंदर होने का आभास करा रही हैं। यह टनल मनोरंजन की दुनिया मे नए अनुभव को लेकर आया है। यह पहली बार है जब कोरबा में फिश टनल देखने को मिल रहा है, जहां बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग तक विदेश की मछलियों की झलक देख आनंदित हो रहे हैं। इसी कड़ी में मेला में भूत महल सबको रोमांचित कर रहा है। आकाश झूला की रंगीनी और तीन रंगों की तिरंगा लाइट दूर से ही अपनी तरफ आकर्षित करती है। ब्रेक डांस झूला, डिस्को झूला, हवाई झूला (चांद-तारा), ड्रैगन ट्रेन के साथ-साथ बच्चों के लिए मिकी माउस, डोरेमॉन, रशियन झूले, तारामची, टोरा-टोरा के अलावा कई अन्य आकर्षक अनेक तरह के झूले सहित बच्चे वाटर बोट का भी लुत्फ उठा रहे हैं। मेला में फूड जोन के अलावा एक से बढ़कर एक सामानों की बिक्री के स्टॉल लगाए गए हैं। खेल मनोरंजन के स्टॉल में गेंद फंसाकर ईनाम जीतने, छल्ला में सामान फंसाने से लेकर फुटबॉल से गिलास गिराकर ईनाम जीतने, निशाना लगाकर फुग्गे फोड़ने आदि में भी लोग अपना हुनर दिखा रहे हैं। मेला संचालक ने बताया कि कम से कम 100 से ऊपर स्टाल लगे हैं। मेला का समय प्रतिदिन शाम 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक निर्धारित है। मेला में दुकानदारों के साथ-साथ घूमने के लिए आने वालों की सुरक्षा के लिये पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जगह- जगह पर फायर एक्सटिंग्विशर के साथ ही साथ चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी लगाए गए हैं। निजी गार्ड भी लोगों की निगरानी में लगे हुए हैं। साथ ही आपातकालीन स्थितियों के लिए प्रशिक्षित कर्मचारी और चिकित्सा सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगे। मेला संचालक कुलदीप ने शहर व जिला वासियों से अपने परिवार के साथ आकर छत्तीसगढ़ी डिज्नीलैंड मेला का भरपूर आनंद उठाने अपील की है। 01 मई / मित्तल