अंतर्राष्ट्रीय
01-May-2025


राशन, तेल और दवाईयों के लिए तड़पेगा जिन्ना का देश नई दिल्ली (ईएमएस)। पहलगाम हमले के अगले ही दिन खबर आई कि भारत का सबसे ताकतवर विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत अरब सागर में पाकिस्तान की ओर चूक कर गया है। नौसेना ने सफलतापूर्वक एक एंटी-शिप मिसाइल का परीक्षण भी किया। भारत-पाकिस्तान में तनाव बढ़ने पर आईएनएस विक्रांत बेहद क्रूशियल साबित हो सकता है। इसी नाम का एक विमानवाहक युद्धपोत पहले भी नेवी के पास था, जो कि 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में गेंमचेंजर साबित हुआ था। भारत की थ्री-डोमेन डिफेंस स्ट्रैटजी में अब समुद्री मोर्चा पहले से कहीं ज्यादा अहम हो गया है। आईएनएस विक्रांत न सिर्फ एक एयरक्राफ्ट कैरियर है, बल्कि एक चलता-फिरता एयरबेस और स्ट्राइक फोर्स भी है। पाकिस्तान के पास एक भी एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं है। आईएनएस विक्रांत अपने स्ट्राइक ग्रुप यानी डेस्ट्रॉयर, फ्रिगेट्स और एंटी सबमरीन शिप के साथ मिलकर पाकिस्तान के समुद्री रास्तों को ब्लॉक कर सकता है। दरअसल, कराची पोर्ट पाकिस्तान की लाइफ लाइन है। यहां से 70 प्रतिशत नेशनल ट्रेड और 80 प्रतिशत पेट्रोलियम इम्पोर्ट होता है। अगर आईएनएस विक्रांत ने इस पोर्ट को ब्लॉक कर दिया, तब पाकिस्तान का ट्रेड बंद हो जाएगा। इतना ही नहीं पाकिस्तान तेल को तरस जाएगा। कराची पोर्ट से तेल के अलावा दवाइयां और राशन सहित कई अन्य जरूरी सामान आते हैं। ब्लॉकेज की वजह से यह सब रुक जाएगा। लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) मोहन भंडारी के मुताबिक, जंग होने पर पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ी चुनौती तेल और ल्यूब्रिकेंट होगा। पाकिस्तान के पास टैंक चलाने के लिए ज्यादा तेल नहीं है। अगर भारतीय सेना अरब सागर का रास्ता ब्लॉक करती है, तब पाकिस्तान को तेल मिलना बंद हो जाएगा। आईएनएस विक्रांत के स्ट्राइक ग्रुप में शामिल एमआईजी-29 के फाइटर जेट्स 850 किलोमीटर तक हमला कर सकते हैं। इसमें 64 बराक और 16 ब्रह्मोस मिसाइलें हैं, जो हवा और जमीन पर सटीक निशाना लगाने में माहिर हैं। ये जेट्स और मिसाइलें पाकिस्तान के नौसैनिक ठिकानों, एयरपोर्ट्स या अन्य खास जगहों को मिनटों में तबाह कर सकती हैं। सैटेलाइट तस्वीरों के मुताबिक, पाकिस्तान के पास सिर्फ 2 पुरानी पनडुब्बियां हैं, जो आईएनएस विक्रांत का मुकाबला नहीं कर सकतीं, बाकी की मरम्मत चल रही है। आशीष दुबे / 01 मई 2025