पंचमहल (ईएमएस)| मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को पावन धरा पंचमहाल में गुजरात गौरव दिवस (गुजरात राज्य स्थापना दिवस) के राज्य स्तरीय समारोह की शुरुआत जिले के नागरिकों को 644.72 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात देकर की। मुख्यमंत्री ने गुजरात के विकास के 2001 से पहले और उसके बाद के दो कालखंडों का उल्लेख करते हुए दोनों के बीच के अंतर को रेखांकित किया। इस परिप्रेक्ष्य में उन्होंने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व के बाद हुए विकास और उससे पूर्व के विकास के बीच का अंतर आज स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। प्रधानमंत्री के दिशा-निर्देश में ऐसा सुदृढ़ आयोजन किया गया है, जिससे कि राज्य का कोई भी क्षेत्र सर्वग्राही विकास से वंचित न रहे। गर्वित गुजराती सिर उठाकर गर्व से कह सकते हैं कि गुजरात ने सभी क्षेत्रों में विकास के नए मील के पत्थर स्थापित किए हैं। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुजरात गौरव दिवस पर पंचमहाल जिले के गोधरा से 644.72 करोड़ रुपए की 85 विकास परियोजनाओं का ई-लोकार्पण और ई-शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने गोधरा में 5.05 करोड़ रुपए से अधिक के खर्च से निर्मित पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय का लोकार्पण किया। उन्होंने गुजरात पुलिस एक्सपो-2025 के तहत आयोजित शस्त्र प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले किसी जिले के पूरे वर्ष के विकास कार्यों की जितनी बजट राशि होती थी, उतनी राशि के विकास कार्यों की भेंट आज एक ही दिन में लोगों को दी जा रही है। राज्य में स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल, सड़क और बिजली की सुदृढ़ व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा बनाई गई विकास की राह पर राज्य सरकार पूरी मजबूती से आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि राज्य में अंबाजी से लेकर उमरगाम तक के पूर्वी क्षेत्र में वनबंधु कल्याण योजना ने स्वास्थ्य कल्याण के नए द्वार खोले हैं। आदिवासी बहुल क्षेत्रों के सुदूरवर्ती गांवों में प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई गई हैं। जिसके अंतर्गत पंचमहाल जिले के मोरवा हड़फ में 100 बिस्तरों वाला उप जिला अस्पताल खोला जाएगा, जिससे गांवों में लोगों को नजदीकी स्थल पर ही स्वास्थ्य की बेहतर सेवाएं सुलभ होंगी। उन्होंने इस वर्ष के बजट में भारी यातायात और अधिक आवाजाही वाले 12 मार्गों को गरवी गुजरात हाई-स्पीड कॉरिडोर बनाने के लिए किए गए प्रावधान का उल्लेख करते हुए कहा कि संतरामपुर-मोरवा हड़फ मार्ग को 676 करोड़ रुपए की लागत से हाई-स्पीड कॉरिडोर बनाया जाएगा, जिससे इस क्षेत्र के तीन लाख नागरिकों को राजस्थान, मध्य प्रदेश, मानगढ़ हिल और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (एसओयू) जाने के लिए त्वरित परिवहन सेवा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि कालोल बाईपास को फोरलेन करने के लिए 110 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। आदिवासी क्षेत्रों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत निर्मित 171 सड़कों की रिसर्फेसिंग के लिए 250 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने पानी को विकास का आधार बताते हुए कहा कि पंचमहाल जिले के 9 गांवों के 13 तालाबों में पानम डैम आधारित सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के लिए 31 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। इस योजना से 1250 हेक्टेयर भूमि किसानों के लिए समृद्धि के द्वार खोलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (एबीएचए-आभा) के तहत 4.77 करोड़ नागरिकों का पंजीकरण किया गया है। मुख्यमंत्री ने विकसित भारत के लिए प्रधानमंत्री के 9 संकल्पों को दोहराते हुए इन संकल्पों में से एक- पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के लिए ‘एक पेड़ मां के नाम’ और ‘कैच द रेन’ अभियान में शामिल होकर जल संचयन करने और स्वच्छता को अपना सहज स्वभाव बनाने का आह्वान किया। उन्होंने इस अवसर पर सभी लोगों से अनुरोध किया कि वे आदिवासियों सहित सभी के विकास के माध्यम से ‘विकसित भारत के लिए विकसित गुजरात’ के संकल्प को साकार करने में अपना योगदान दें। शिक्षा मंत्री कुबेरभाई डिंडोर ने गुजरात स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गुजरात उत्तम से सर्वोत्तम की दिशा में आगे बढ़कर समृद्धि, प्रगति और जनकल्याण का त्रिवेणी संगम बन गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में विकास के मीठे फल अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक पहुंचे हैं। पीने का पानी, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी आधारभूत सुविधाओं के निर्माण से गुजरात आज पूरे देश में विकास का रोल मॉडल बन गया है। डिंडोर ने कहा कि राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पंचमहाल जिले के विकास की जो राह बनाई थी, उसे मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने सभी लोगों से यह अनुरोध किया कि वे आजादी के अमृत काल के अमृत प्रभात पर ‘विकसित गुजरात’ के जरिए प्रधानमंत्री के संकल्प ‘विकसित भारत@2047’ को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हों। कार्यक्रम के प्रारंभ में कलेक्टर आशीष कुमार ने स्वागत भाषण में कहा कि पंचमहालवासियों के लिए यह गर्व की बात है कि पंचमहाल की पावन धरा पर गुजरात गौरव दिवस समारोह का आयोजन किया गया है। पंचमहाल जिला प्रशासन जिले के समग्र विकास और जनकल्याण के लिए निष्ठापूर्वक कार्य कर रहा है। जिला विकास अधिकारी डी.के. बारिया ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पंचमहाल जिला प्रशासन और विभिन्न संगठनों ने मुख्यमंत्री का स्वागत-अभिवादन किया। सतीश/01 मई