शहर में 20.7, हाईवे पर 31 किलोमीटर प्रति किलोग्राम का माइलेज मुंबई (ईएमएस)। टाटा मोटर्स की सीएनजी कारों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है और इसका मुख्य कारण कंपनी की डुअल-सिलेंडर तकनीक है, जो गाड़ियों में पर्याप्त बूट स्पेस के साथ सिलेंडर को छिपाने की सुविधा देती है। इस तकनीक से टाटा की सीएनजी कारें न केवल जगह की बचत करती हैं, बल्कि बेहतर परफॉर्मेंस और माइलेज भी देती हैं। खासकर टाटा पंच सीएनजी, जो कॉम्पैक्ट एसयूवी सेगमेंट में पहले से ही नंबर-1 मॉडल मानी जाती है, अब अपने सीएनजी वर्जन के शानदार रियल वर्ल्ड माइलेज की वजह से चर्चा में है। रिपोर्ट में सामने आया है कि टाटा पंच आईसीएनजी ने शहर में 20.7 किलोमीटर प्रति किलोग्राम और हाईवे पर 31 किलोमीटर प्रति किलोग्राम का माइलेज दिया। यह आंकड़े एआरएआई द्वारा बताए गए 26.99 किलोमीटर प्रति किलोग्राम के माइलेज से भी बेहतर हैं। रिपोर्ट के अनुसार टेस्ट के लिए सीएनजी टैंक को खाली किया गया, फिर टैंक में 2 किलोग्राम सीएनजी भरी गई। इसके बाद कार को तब तक चलाया गया जब तक टैंक में गैस खत्म नहीं हुई। यह प्रक्रिया शहर और हाईवे दोनों पर की गई। टेस्ट के दौरान टायर प्रेशर को कंपनी की सिफारिश के अनुसार रखा गया और कार में केवल एक ही व्यक्ति मौजूद था, शख्स ने जरूरत पड़ने पर एसी, वाइपर और ऑडियो सिस्टम का उपयोग किया। आशीष दुबे / 01 मई 2025