छिंदवाड़ा जबलपुर (ईएमएस)। देहात थाना क्षेत्र के ग्राम बारंगा में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया। इस मामले के सामने आने के बाद हर किसी की आंखे यह मंजर देखकर नम हो गई। 22 दिन पहले इस क्षेत्र में चल रहे ईंट भट्टे में काम कर रहे मजदूर पति-पत्नी ने अपने 10 वर्षीय बेटे के गुम होने की रिपोर्ट लिखाई थी। अपने स्तर पर भी वे बच्चे को ढूंढ रहे थे। इधर गुरूवार के दिन काम करने के दौरान और भट्टे के क्षेत्र में एक जगह की मिट्टी निकालते समय अचानक एक लाश मिली, वो लाश इस दंपत्ति के गुमशुदा बच्चे की ही थी। पता चलते ही पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। बच्चा उस क्षेत्र में कैसे गया, उसकी मौत कैसे हुई यह खोज का विषय बना हुआ है। फिलहाल बच्चे के परिजन गमगीन है और वहां काम करने वाले अन्य श्रमिक भी इस दृश्य को देखकर द्रवित हो गए हैं। मामले में देहात थाना प्रभारी गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि थाना क्षेत्र के बारंगा निवासी बलराम विश्वकर्मा ने 10 अपै्रल को शिकायत दर्ज कराई थी कि उसका 9 वर्षीय बेटा अंश विश्वकर्मा क्षेत्र में होने वाले जवारे विसर्जन के कार्यक्रम में गया था। इसके बाद से वह घर नहीं लौटा, शिकायत पर पुलिस ने अपहरण की धारा ३६३ के तहत मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी थी, लेकिन अंश का कोई सुराग नहीं लग सका। इस दौरान बलराम विश्वकर्मा के घर थोड़ी दूरी पर लगे ईंट भट्टे में काम करने के दौरान मजदूरों को एक बालक का शव मिला। जिसकी पहचान अंश पिता बलराम विश्वकर्मा के रूप में हुई है। पुलिस ने पंचनामा और पोस्टमार्टम कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। टीआई ने बताया कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का खुलासा किया जा सकता है। बेटे की लाश देख फबक पड़े माता-पिता पिछले 22 दिनों से बेटे की वापस आने की राह देख रहे माता-पिता के सामने जैसे ही बेटे का शव गड्ढे से निकाला गया। वैसे ही परिवार में कोहराम मच गया। घटना के बाद लाश देखकर माता और पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। साथ ही मजदूरी और परिवारवालों ने उन्हें ढांढस बंधाया। ईएमएस / 01 मई 2025