ठाणे, (ईएमएस)। ठाणे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एंटी करप्शन) ने एक प्रिंसिपल तथा शिक्षक को 60 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। दरअसल शिकायतकर्ता ने ठाणे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से शिकायत में कहा था कि शिक्षक शहाजान मोहम्मद अली मौलाना और प्रिंसिपल जियाउर रहमान मजहरुलहक अंसारी ने फर्जी सेवा पुस्तिका तैयार करने और उस पर वेतन आयोग के अनुसार प्रविष्टियां और स्टाम्प लगाने के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस शिकायत के आधार पर जब एंटी करप्शन ने इसका सत्यापन किया तो पाया गया कि शहाजान मौलाना ने रिश्वत की मांग की थी तथा प्रिंसिपल अंसारी ने उस मांग की पुष्टि की तथा शिकायतकर्ता को रिश्वत देने के लिए उकसाया था। इसके बाद 30 अप्रैल को शिक्षक मौलाना ने शिकायतकर्ता से दोबारा संपर्क किया और मूल रिश्वत राशि के अतिरिक्त निजी टाइपिस्ट और स्टाम्प के लिए 10 हजार रुपये की अतिरिक्त मांग की। इस प्रकार रिश्वत की कुल राशि 60 हजार रुपए में तय हुई। एक मई को ठाणे एसीबी ने कार्रवाई करते हुए शहाजान मौलाना को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा, जबकि प्रिंसिपल अंसारी को भी गिरफ्तार किया गया। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की जाँच की जा रही है। स्वेता/संतोष झा- ०२ मई/२०२५/ईएमएस