04-May-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने एक नए वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र) की स्थापना के लिए कापसहेड़ा क्षेत्र में निजी कृषि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए शनिवार को बताया कि यहां लगभग 12 एकड़ भूमि पर 36 एमएलडी जल क्षमता वाला डब्ल्यूडब्लयू टीपी स्थापित किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि अधिग्रहण और प्रभावित पक्षों को मुआवजा देने के लिए दक्षिण-पश्चिम जिले के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट को प्रशासक नियुक्त किया गया है। भूमि अधिग्रहण पर कोई भी आपत्ति, यदि कोई हो, अधिसूचना की तिथि से 60 दिनों के भीतर दर्ज की जा सकती है। उन्होंने बताया कि दक्षिण पश्चिम जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय ने हाल ही में भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास और पुनर्स्थापन अधिनियम, 2013 में उचित मुआवजा और पारदर्शिता के अधिकार और सार्वजनिक उद्देश्य के लिए अन्य संबंधित नियमों को लागू किया और ताजपुर खुर्द में 19.14 बीघा (लगभग 12 एकड़) भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी की है। इस बारे में जारी अधिसूचना के अनुसार, यदि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सरकार संतुष्ट है कि भूमि सार्वजनिक उद्देश्य के लिए आवश्यक है, तो दिल्ली राजपत्र में नियत समय में अंतिम अधिसूचना प्रकाशित की जाएगी। भारतीय लोक प्रशासन संस्थान द्वारा किए गए सामाजिक प्रभाव आकलन अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार, अपेक्षित भूमि का टुकड़ा वैध और वास्तविक सार्वजनिक उद्देश्य की पूर्ति करता था और न्यूनतम मात्रा का था। रिपोर्ट में कहा कि अधिग्रहण से किसी भी परिवार का विस्थापन नहीं होगा। ताजपुर खुर्द अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशानुसार 2017 यमुना पुनरुद्धार परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजधानी में नियोजित सात संयंत्रों में से एक है। शहर की नई भाजपा सरकार मौजूदा सीवेज उपचार संयंत्रों (एसटीपी) में सुधार करके और आने वाले महीनों में नए एसटीपी स्थापित करके अत्यधिक प्रदूषित नदी को साफ और पुनर्जीवित करने की योजना बना रही है। अजीत झा/ देवेन्द्र/ नई दिल्ली /ईएमएस/04/ मई /2025