इस्लामाबाद(ईएमएस)। पूरी दुनिया आतंकवाद से पीड़ित है और सभी चाहते हैं कि आतंकवाद का खात्मा होना चाहिए। जब आतंकियों पर एक्शन का समय आता है तो कुछ देश उन्हे के साथ खड़े होकर उन्हे बचाने की कोशिश करते हैं। तुर्की ने पाकिस्तान को एक जंगी जहाज देकर कुछ इसी तरह का संकेत दिया है। चीन-तुर्की जैसे देशों से पाकिस्तान की अच्छी दोस्ती रही है और अब ये देश उसका साथ भी दे रहे हैं। इस बीच, तुर्की ने बड़ा कदम उठाते हुए अपना एक जंगी जहाज कराची भेज दिया है, जिससे सवाल उठने लगे हैं कि आखिर एर्दोगन का देश कौन सी साजिश रच रहा है। पाकिस्तानी नौसेना ने कहा, कराची में अपने प्रवास के दौरान, टीसीजी बुयुकाडा का दल पाकिस्तानी नौसेना कर्मियों के साथ कई बातचीत करेगा। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों नौसेनाओं के बीच आपसी समझ को बढ़ाना और समुद्री सहयोग को मजबूत करना है। इससे पहले, तुर्की के राजदूत डॉ. इरफान नेजीरोग्लू ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात भी की थी और पाकिस्तान के साथ अंकारा की एकजुटता व्यक्त की। पाकिस्तानी नौसेना ने रविवार को बताया कि तुर्की का एक नौसैनिक जहाज, टीसीजी बुयुकाडा, दोनों देशों के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत करने के लिए पाकिस्तान पहुंचा है। पाकिस्तान की समय-समय पर तुर्की मदद करता रहा है। तुर्की की रक्षा फर्मों ने पाकिस्तान की अगोस्टा 90बी श्रेणी की पनडुब्बियों के आधुनिकीकरण में मदद की है और इस्लामाबाद को ड्रोन सहित सैन्य उपकरण की सप्लाई भी की है। साथ ही, दोनों देश नियमित रूप से संयुक्त सैन्य अभ्यास भी करते रहते हैं। मुस्लिम देशों का समर्थन जुटा रहा पाकिस्तान पहलगाम हमले के बाद दुनियाभर में घिरा पाकिस्तान मुस्लिम देशों के साथ मिलकर साजिश रचने की तैयारी कर रहा है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सऊदी अरब समेत मित्र देशों से आग्रह किया कि वे पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद बढ़े तनाव को कम करने के लिए भारत पर दबाव डालें। सरकार द्वारा संचालित रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, शरीफ ने इस्लामाबाद में सऊदी अरब के राजदूत नवाफ बिन सईद अल-मलिकी, संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत हमाद ओबैद अल-जाबी और कुवैत के राजदूत नासिर अब्दुल रहमान जसीर से अलग-अलग मुलाकात की। वीरेंद्र/ईएमएस/05मई 2025