क्षेत्रीय
05-May-2025
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गुना (ईएमएस)| जिले में मई के पहले सप्ताह से मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। जहां कुछ दिन पहले तक भीषण गर्मी लोगों को परेशान कर रही थी, वहीं अब आंधी, बारिश और तेज हवाओं ने जिलेभर में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे आई तेज हवा, अंधड़ और बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक इसका व्यापक असर देखने को मिला। कई स्थानों पर पेड़ गिरने, बिजली आपूर्ति ठप होने और शादी समारोहों में व्यवस्थाएं बिगडऩे की खबरें सामने आई हैं। सबसे अधिक प्रभावित आयोजन स्थलों पर शादी समारोह हुए हैं, जहां खेतों में लगे टेंट और तंबू तेज आंधी में उड़ गए। ग्राम नयागांव और ढोलबाज में सोमवार को सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किए जा रहे थे। लेकिन दोपहर में आए तेज तूफान और बारिश ने समूची व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया। खुले खेतों में लगे पंडाल उड़ गए और भोजन सामग्री भीग गई। आयोजन समिति ने स्थिति को देखते हुए वर-वधू पक्षों से सीमित संख्या में ही सम्मेलन स्थल पर पहुंचने का आग्रह किया। वहीं जो दूल्हा-दुल्हन समय पर पहुंच गए थे, उनके ठहरने की वैकल्पिक व्यवस्था स्थानीय स्कूलों में की गई। इसके अलावा गढ़ा गांव में लोधा-लोधी समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन भी खराब मौसम की चपेट में आ गया। यहां भी तेज हवा से टेंट उड़ गया और कार्यक्रम कुछ समय के लिए स्थगित करना पड़ा। ग्रामीणों ने बताया कि व्यवस्थाएं दोबारा खड़ी करने में बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बारिश के चलते खेतों में पानी भर गया, जिससे लोगों को पहुंचने में भी कठिनाई हुई। शहर में भी हालात कुछ अलग नहीं रहे। हनुमान चौराहा क्षेत्र में जुलूस के स्वागत के लिए बनाया गया सजावटी गेट तेज आंधी में गिर गया और कुछ समय तक वह हवा में झूलता रहा। गनीमत रही कि उस समय वहां से कोई राहगीर या वाहन नहीं गुजर रहा था, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। इधर नेगमा गांव में बीएसएनएल का मोबाइल टावर भी तेज हवा की चपेट में आकर गिर गया। बताया गया कि यह टावर सीधे 33 केवी की बिजली लाइन पर जा गिरा, जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। आसपास के ग्रामीणों को इस घटना से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, लेकिन कुछ घरों को मामूली नुकसान जरूर पहुंचा है। वहीं संकट मोचन हनुमान मंदिर बरवटपुरा में आंधी तूफ़ान के कारण महाराज का आशियाना गिरा गया। जबकि कर्नलगंज क्षेत्र में हाजी चौक पर भी एक पेड़ बिजली तारों पर गिर गया। जबकि मधुसूदनगढ़ शहर टाऊन फीडर की सप्लाई बंद हो गई।यहां मंडी के पीछे तेज हवा के कारण लाइन पर पेड़ गिरने से 3 नंबर पोल टूटने के कारण पोल सही होने के बाद सप्लाई चालू हो सकी। सिलावटी गांव से भी एक बड़ी घटना सामने आई, जहां तेज आंधी के कारण लगभग 100 वर्ष पुराना इमली का पेड़ एक मकान पर गिर गया। सौभाग्य से घर में कोई मौजूद नहीं था, जिससे किसी की जान नहीं गई। लेकिन मकान को नुकसान पहुंचा है। तेज आंधी और बारिश के साथ तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार जिले में 1 मई को अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस था, जो लगातार गिरते हुए 4 मई को 37.3 डिग्री और रविवार-सोमवार की रात 23.5 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं न्यूनतम तापमान भी 21 डिग्री तक आ गया है। मौसम के इस अप्रत्याशित बदलाव ने लोगों को कुछ हद तक गर्मी से राहत जरूर दी है, लेकिन इससे उपजे हालात ने जनजीवन को मुश्किल में डाल दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बिजली गुल होने से समस्याएं बढ़ी हैं, वहीं शहरी क्षेत्रों में तेज हवाओं ने कई मकानों की छतों से टीन उड़ा दिए। कई पेड़ सडक़ पर गिरने से आवागमन बाधित हुआ। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक इसी तरह की स्थिति बने रहने की चेतावनी दी है। ऐसे में प्रशासन और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, खासकर खुले में आयोजनों और टीन शेड जैसी कमजोर संरचनाओं को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। -  सीताराम नाटानी (ईएमएस)