राज्य
05-May-2025


चयनित मास्टर ट्रेनर्स प्रदेश में विज्ञान शिक्षकों को देंगे प्रशिक्षण भोपाल (ईएमएस)। भोपाल के सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय में सोमवार से तीन दिवसीय विज्ञान शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू हुई। कार्यशाला में प्रदेश के चयनित मास्टर्स ट्रेनर्स सहभागिता कर रहे हैं। यह मास्टर ट्रेनर्स अपने-अपने जिलों में जाकर जिले के विज्ञान शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। कार्यशाला में विज्ञान शिक्षकों के लिए कक्षा 6 से 12 के प्रायोगिक एवं प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण व्यवस्था की जानकारी दी जा रही है। कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को करके सीखने की पद्धति, प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण और 21वीं सदी के कौशलों से विद्यार्थियों को सशक्त करना है। इस व्यवस्था से विद्यार्थी जिज्ञासु, सहभागी और विज्ञान के प्रति जागरूक हो सकेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग नई शिक्षा नीति के आधार पर शिक्षकों के प्रशिक्षण पर विशेष जोर दे रहा है। इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिये विज्ञान शिक्षको की कार्यशाला आयोजित की जा रही है। दो नवाचारी मॉड्यूलों को किया गया औपचारिक लॉन्च विज्ञान शिक्षा का ‘नवोन्मेष’ मॉड्यूल तीन दिवसीय प्रायोगिक प्रशिक्षण का चरणबद्ध संचालन मार्गदर्शित करता है। इस मॉड्यूल से विज्ञान विषय के मास्टर ट्रेनर्स संभाग स्तरीय प्रशिक्षण को प्रभावी बना सकेंगे। प्रशिक्षण का दूसरा मॉड्यूल ‘प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण’ है। इस मॉड्यूल में राज्य के शिक्षकों द्वारा पूर्व वर्षों में किए गए सफल प्रोजेक्ट्स को संकलित करना है, जो आगामी सत्र के लिए प्रोजेक्ट योजनाओं का मार्गदर्शन करेगा। अपर संचालक रविन्द्र सिंह ने सभी मास्टर ट्रेनर्स को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विज्ञान एक अत्यंत रोचक विषय है, इसका प्रभाव इस बात पर निर्भर करता है कि हम अपने विद्यार्थियों के लिए कैसी जगह बनाते हैं। विद्यार्थियों के लिये कक्षा में ऐसा माहौल तैयार किया जाएं, जिसमें छात्र सहज होकर विज्ञान संबंधी सवाल पूछ सकें। कार्यशाला के दौरान शिक्षकों को प्रायोगिक मासिक योजना, प्रयोगशाला संसाधनों, प्रेक्टिकल बेस लर्निंग और आंकलन से जोड़ने की दिशा में भी मार्गदर्शन दिया जाएगा। धर्मेन्द्र, 05 मई, 2025