नई दिल्ली,(ईएमएस)। केंद्र सरकार वर्तमान में सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद के कार्यकाल को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है। यह कदम बिना किसी विरोध के नहीं रहा, क्योंकि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रस्तावित विस्तार का विरोध करते हुए औपचारिक रूप से असहमति पत्र पेश किया है। इससे पहले सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने सीबीआई निदेशक की नियुक्ति के लिए जिम्मेदार समिति की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में राहुल गांधी और भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना भी शामिल हुए। शाम को पीएमओ में हुई बैठक में कई नामों पर चर्चा हुई, लेकिन सरकार ने मौजूदा निदेशक के लिए एक साल का विस्तार देने पर जोर दिया। यह बैठक मौजूदा सीबीआई निदेशक प्रवीण सूद के दो साल का कार्यकाल 25 मई को पूरा होने से कुछ दिन पहले हुई। 1986 बैच के कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी प्रवीण सूद अपनी नियुक्ति से पहले दक्षिणी राज्य के डीजीपी थे। उन्होंने 25 मई, 2023 को सीबीआई के निदेशक का पदभार संभाला था। सीबीआई निदेशक की नियुक्ति केंद्र द्वारा तीन सदस्यीय समिति की सिफारिश पर की जाती है। इस समिति की अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं और इसमें लोकसभा में विपक्ष के नेता और भारत के प्रधान न्यायाधीश शामिल होते हैं। सिराज/ईएमएस 06मई25 -----------------------------