नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारत ने पाकिस्तान पर जिस सटीकता से मिसाइलें दागी हैं और अपने एयर डिफेंस सिस्टम से खुद को बचाया है इसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी को चौका दिया है। माना जा रहा है कि ये दुनिया में एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर के जरिये पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों को सफलता से निशाना बनाने वाले भारत ने एयर डिफेंस की फील्ड में भी पूरी दुनिया को चौंका कर रख दिया है। भारत की कामयाबी केवल इसमें नहीं है कि उसने आतंकी ठिकानों को तबाह किया बल्कि पाकिस्तान की ओर से दागी गई मिसाइलों और भेजे गए हजारों ड्रोनों को अपनी हवाई सीमा में घुसते ही मार गिराया। अमेरिका के डिफेंस एक्सपर्ट जान स्पेंसर ने कहा कि भारत की कामयाबी एयर डिफेंस के एक नए युग की ओर इशारा कर रही है। जान स्पेंसर ने एक लेख में कहा कि भारत ने स्वेदश में विकसित और विदेशों से खरीदी गई मिसाइलों के जरिये एयर डिफेंस का एक ऐसा मल्टी लेयर सिस्टम तैयार किया है, जिसने भेदना एक तरह से नामुमकिन ही है। भारत के ये एयर डिफेंस सिस्टम आकाश और क्यूआरएसएएम जैसे स्वदेशी रूप से निर्मित प्लेटफार्मों का मिश्रण है। जिसे इजरायली बराक-8 सिस्टम और रूस में बने एस-400 के साथ जोड़ा गया है। ये मल्टी लेयर एयर डिफेंस सिस्टम- लंबी, मध्यम और छोटी दूरी की मिसाइलों से बना है। इनको सुरक्षा के एक सहज, मल्टी लेयर नेट में एक साथ काम करने के लिए डिजाइन किया गया है। जान स्पेंसर के मुताबिक दूसरी ओर पाकिस्तान ने एयर डिफेंस के लिए मुख्य रूप से चीन में बने एचक्यू-9/पी (एस-300 के समान एक लंबी दूरी का सिस्टम), एनवाय-80 और एफएम-90 जैसी चीनी निर्मित प्रणालियां तैनात की हैं। ये सिस्टम कागज पर सक्षम हैं। मगर जैसा कि भारत ने दिखा दिया है कि इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, तेज रफ्तार हमलों और बेहतरीन योजना को चपलता के साथ लागू करके इनको बहुत आसानी से भेदा जा सकता है।बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिये भारत ने हाल के हफ्तों में आधुनिक एयर डिफेंस की विकसित होती प्रकृति का प्रदर्शन किया है। इसने न केवल मजबूती के साथ अपने खुद के हवाई क्षेत्र की रक्षा करने में सफलता हासिल की बल्कि अपने विरोधी पाकिस्तान में तैनात चीन में बने एयर डिफेंस को कामयाबी से भेदने में भी सक्षम रहा। यह याद दिलाता है कि एयर डिफेंस सिस्टम ये नहीं है कि आप क्या वेपन सिस्टम खरीदते हैं बल्कि यह इस बारे में है कि आप किन वेपन सिस्टम को एक साथ जोड़ने में सफलता हासिल करते हैं। वीरेंद्र/ईएमएस 13 मई 2025