राष्ट्रीय
17-May-2025


मुंबई, (ईएमएस)। भारत में घुसपैठ कर मुंबई में रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ इन दिनों कार्रवाई चल रही है। पुलिस आयुक्त देवेन भारती ने आयुक्त का पद संभालने के बाद इस कार्रवाई को और तेज करने का आदेश दिया। जिसके बाद 250 बांग्लादेशी नागरिकों को घर भेजने की प्रक्रिया दो दिनों, गुरुवार और शुक्रवार को पूरी हो गई। यह पहली बार है कि इतने बड़े पैमाने पर प्रत्यर्पण किया गया है। दरअसल मुंबई में विभिन्न स्थानों पर बड़े पैमाने पर बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं। जांच में यह भी पता चला है कि इनमें से कई लोग यहां काम करके करोड़पति बन गए हैं। यद्यपि पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें निर्वासित करने की प्रक्रिया में वर्षों लग जाते हैं। कई बांग्लादेशी भारत में बसने के बाद, अन्य बांग्लादेशी नागरिकों को भी यहां बसने में मदद करने के लिए अवैध रूप से काम करते हैं। इसलिए, एटीएस और मुंबई पुलिस ने घुसपैठियों को दस्तावेज और सहायता उपलब्ध कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों के बैंक खाते बंद करने के लिए बैंकों को नोटिस भेजे जा रहे हैं। इसके अलावा राशन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने के संबंध में भी संबंधित विभागों से पत्राचार किया जा रहा है। इस बीच, गुरुवार रात 145 बांग्लादेशियों को निर्वासित कर दिया गया, जिनमें 70 से अधिक महिलाएं शामिल थीं। इसमें पुरुष, बच्चे और ट्रांसजेंडर लोग शामिल हैं। शुक्रवार को 150 से अधिक लोगों को वापस भेजने की प्रक्रिया की गई। संजय/संतोष झा- १७ मई/२०२५/ईएमएस