नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारतीय सेना ने रविवार को ऑपरेशन सिंदूर का नया वीडियो जारी करते हुए स्पष्ट किया कि 10 मई को पाकिस्तान की जिन चौकियों से सीजफायर का उल्लंघन कर भारत की ओर गोलियां चलाई गई थीं, उन्हें जवाबी कार्रवाई में ध्वस्त कर दिया गया है। सेना ने कहा कि हमारी कार्रवाई स्पष्ट और निर्णायक थी — जहां से गोली चली, वहां तबाही छोड़ी। सेना ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच आज डीजीएमओ स्तर की कोई बातचीत प्रस्तावित नहीं है। हालांकि, 12 मई को हुई बैठक में सीजफायर पर बनी सहमति को लेकर सेना ने कहा है कि इस समझौते की कोई निर्धारित समयसीमा नहीं है और यह आगे भी लागू रहेगा। विदेश मंत्री के बयान पर राजनीतिक विवाद इस बीच, विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोपों पर भी सेना और विदेश मंत्रालय ने स्पष्टीकरण दिया है। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि ऑपरेशन शुरू होने के बाद पाकिस्तान को चेतावनी दी गई थी कि भारत आतंक के ठिकानों पर कार्रवाई करेगा, लेकिन पाकिस्तान ने संवाद से इनकार किया और प्रतिकार की धमकी दी। वहीं, विदेश मंत्रालय ने भी राहुल गांधी के बयान को “भ्रामक” बताया और कहा कि विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ऑपरेशन के बाद की स्थिति पर बयान दिया था, न कि पहले की, जैसा कि दावा किया गया है। इस प्रकार सेना ने यह स्पष्ट संकेत दिया है कि वह सीमा पर हर हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार है, और किसी भी राजनीतिक भ्रम को दूर करने के लिए तथ्यों को सामने लाया जाएगा। हिदायत/ईएमएस 18मई25