राज्य
19-May-2025
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* एक दिन में ही 61 रैक कोयले की हुई आपूर्ति * अब तक का सर्वाधिक कोल प्रेषण कोरबा (ईएमएस) सार्वजनिक क्षेत्र के वृहद उपक्रम कोल् इंडिया के अधीन संचालित एसईसीएल बिलासपुर की कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में स्थापित खुले मुहाने की गेवरा कोयला परियोजना अंतर्गत एसईसीएल की मेगा परियोजना से 61 रैक कोयले की आपूर्ति चालू वित्त वर्ष में एक दिन में अब तक का सर्वाधिक कोल प्रेषण है। जिसे एसईसीएल ने 15 मई को हासिल किया है। दीपका क्षेत्र के दौर पर पहुंचे एसईसीएल के सीएमडी हरीश दुहन ने विभागीय व निजी कंपनी के ओबी पैच पर गए। वहां खनन गतिविधियों को देखा। इसके बाद मानसून में खनन की तैयारी की जानकारी भी ली। उन्होंने बेहतर योजना बनाकर कोयले के खनन और परिवहन पर जोर दिया। उन्होंने उत्पादन बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास करने, संसाधनों का उचित उपयोग और नई तकनीकों को अपनाने की सलाह दी। ओबी पैच का जायजा लेने के दौरान एरिया जीएम संजय मिश्रा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सीएमडी श्री दुइन ने दीपका पहुंचने पर सबसे पहले अमगांव व मलगांव से लगे निजी कंपनी के ओबी पैच पर गए। वहां खनन गतिविधियों की समीक्षा करी। इस दौरान जमीन अधिग्रहण में दीपका टीम की सफलता को सराहा। मानसून सीजन में खदान की सुरक्षा और उत्पादन को लेकर जरूरी तैयारियां की जा रही हैं। सीएमडी श्री दुहन ने कहा कि मानसून सीजन में खदान में पानी भरने की संभावना रहती है। इसलिए हमें पहले से ही जरूरी तैयारी रखनी होगी। इस वर्ष एसईसीएल को 220 मिलियन टन कोयले के प्रेषण का लक्ष्य दिया गया है। जबकि कोपला उत्पादन का लक्ष्य 212 मिलियन टन है। वित्त वर्ष की समाप्ति के बाद खदानों के कोल स्टॉक में मौजूद कोयले की मापी कराई जाती है। जो उत्पादन के बाद कोल स्टॉक में ही यह जाता है। यही कारण है कि उत्पादन से अधिक कोल डिस्पैच का लक्ष्य कोल कंपनियों को दिया जाता है। कोल स्टॉक में मौजूद कोयले की जानकारी जुटाने कोल इंडिया अधिकारियों की टीम गठित कर खदानों में भेजती है। * पिछले तीन साल में पिछली बार सबसे कम 137 मिलियन टन संयंत्रों को कोयला आपूर्ति तीन साल में पिछली बार 2024-25 में सबसे कम 137.87 मिलियन टन बिजली संयंत्रों को कोयला की आपूर्ति की गई है। यह वित्त वर्ष 2023-24 से 10 मिलियन टन कम है। उक्त अवधि में एसईसीएल ने बिजली संयंत्रों को 147.97 मिलियन टन कोयले की आपूर्ति करी थी। बीते वित्त वर्ष में बिजली संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति कम होने का एक प्रमुख कारण एसईसीएल के उत्पादन में वित्त वर्ष 2023-24 की तुलना में गिरावट आना भी है। पिछली बार एसईसीएल ने 167 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया था। जबकि इसके पूर्व 187 मिलियन टन कोल प्रोडक्शन किया था। 19 मई / मित्तल