ज़रा हटके
21-May-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। देश भर में गर्मी के आहट के साथ सांप काटने के मामले निकलकर सामने आ रहे हैं। वैसे तो सांपों में से अधिकांश सर्प विषहीन हैं, लेकिन कुछ प्रजातियां ऐसी भी हैं, जिनके विष से लोगों की जान तक चली जाती है। ऐसे में यह भी जानना जरूरी है कि अगर सांप काटने पर, क्या करना चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि हाल के वर्षों में सांप काटने के मामलों में इजाफा हुआ है, लेकिन सही इलाज होने के कारण से लोग इससे बच जाते हैं, लेकिन सर्पदंश होने के बाद लोगों को विशेष बातों का ध्यान देना जरूरी है। उन्होंने यह बताया कि सांप के काटने के बाद सबसे पहले लोगों को घबराना नहीं है। कई बार घबराने के कारण से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिससे विष का प्रवाह शरीर में तेजी से होता और लोगों की जान चली जाती है। उन्होंने आगे बताया कि सांप काटने के बाद सर्वप्रथम अधिक चलना फिरना नहीं है। फिर सर्पदंश की जगह को तेज धार के पानी से साफ कर दें। जिस भी अंग में सर्पदंश हुआ है, उसे नीचे झुका कर रखना है। उस समय लेटने के बजाय बैठना ज्यादा से ज्यादा उपयुक्त होता है। उसके ऊपर कपड़ा भी बांध सकते हैं, लेकिन वह अधिक सख्त ना हो। सर्पदंश के बाद लोगों को यथाशीघ्र ऐसे अस्पताल में जाना चाहिए, जहां पर एंटी वेनम इंजेक्शन उपलब्ध हो। एंटी वेनम इंजेक्शन ही इसका एकमात्र सही इलाज है किसी भी प्रकार की देसी जड़ी बूटी या झाड़ फूक से विषैला सांपों के सर्पदंश का इलाज संभव नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि सर्पदंश के चिन्ह को भी देखकर या पता लगाया जा सकता है कि सर्पदंश किसी विषैले सांप का है या विषहीन। अमूमन विषैला सांपों का सर्पदंश में आगे दो बड़े बिंदु बनते है और कई बार दो बड़े बिंदु के पीछे छोटे छोटे कतारबद्ध तरीके से बिंदु, जिसमें बड़े बिंदु से खून निकलता है, लेकिन विषहीन सांपों के सर्पदंश के इनसे अलग होते हैं। इसमें अधिकांश सांप बड़े बिंदु नहीं होते है ढेर सारे छोटे छोटे दांतों के निसान दिखते है। लेकिन जब भी कोई सर्पदंश हो तो ये सब देखने के बजाय फौरन अस्पताल का रुख करना चाहिए। सांप काटने के बाद कई लोग उस जगह से खून चूसने लगते हैं, लेकिन ऐसा भूल कर भी नहीं करना चाहिए। सुदामा/ईएमएस 21 मई 2025