भोपाल(ईएमएस)। राजधानी में एक सरकारी टीचर शुक्रवार को डिजीटल अरेस्ट का शिकार होने से बच गए। टीचर के पास एक फोन आया दूसरी और से बात कर रहे व्यक्ति ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच से बताते हुए उनसे यू-ट्यूब पर संवेदनशील वीडियो अपलोड करने का बोलकर डिजिटल अरेस्ट करने की धमकी दी। लेकिन टीचर डिजीटल अरेस्ट को लेकर जागरुक थे, उन्होंने जालसाज को ही कई बातें सुना दी। बताया गया है की टीचर पूर्व में साइबर क्राइम की जागरूकता के अभियान में शामिल हुए थे, जिससे वह डिजीटल अरेस्ट का शिकार होने से बच गए। जानकारी के अनुसार जेके रोड के पास रहने वाले राजीव पिल्लाई (54) छह नंबर स्थित शासकीय राजीव गांधी कॉलेज में टीचर है। शुक्रवार दोपहर वह स्कूल में थे, उनके पास अनजान नंबर से फोन आया। फोन रिसीव करने पर दूसरी और से बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। उसने कहा कि अपका यूट्यूब पर एक वीडियो चल रहा है, वह संवेदनशील है। इसलिए आप पहले मोबाइल का नेट ऑन करो। इस दौरान राजीव समझ गए कि यह कोई जालसाज है। राजीव ने जब सवाल किए तो उसने कहा कि तुम्हें आज अरेस्ट कर लेंगे। राजीव ने कहा ठीक है, आप करलो। यह सुनकर उसने कॉल कट कर दिया। राजीव ने बताया कि उन्हें पहले से ही डिजीटल अरेस्ट का जानकारी थी। पूर्व में कोलार इलाके में स्थित साइबर क्राइम ब्रांच के जागरूकता कार्यक्रम में गए थे, वहीं उन्हें इस बात का जानकारी मिली थी। राजीव ने फिलहाल इस मामले में पुलिस से कोई शिकायत नहीं की है। जुनेद / 24 मई