राज्य
24-May-2025
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तीर्थस्थल पर रिसॉर्ट, सामुदायिक भवन में हो रही नशाखोरी भोपाल (ईएमएस)। भोपाल में कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि चित्रकूट में विकास और नमामि गंगे परियोजना के नाम पर दिए गए करोड़ों रुपए गलत तरीके से खर्च किए गए हैं। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मुकेश नायक ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकार ने चित्रकूट विकास प्राधिकरण को 750 करोड़ रुपए दिए थे, लेकिन इनका सही उपयोग नहीं हुआ। नायक ने बताया कि 37 करोड़ रुपए खर्च कर एक सामुदायिक भवन बनाया गया, ताकि वहां सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम हो सकें। लेकिन यह भवन ऐसी जगह बनाया गया जो संस्थान की जमीन से दूर है। अब वहां कोई कार्यक्रम नहीं होते, बल्कि वह जगह नशा करने वालों का अड्डा बन गई है। आरोग्यधाम में निजी क्लिनिक और बर्थडे पार्टी उन्होंने बताया कि चित्रकूट में 47 एकड़ में बने आरोग्यधाम को आयुर्वेद रिसर्च सेंटर के तौर पर तैयार किया गया था। लेकिन अब वहां एलोपैथिक डॉक्टर, मेडिकल स्टोर और निजी क्लिनिक चल रहे हैं। इतना ही नहीं, इसे एक रिसॉर्ट की तरह किराए पर दिया जा रहा है, जहां बर्थडे पार्टी जैसे निजी आयोजन हो रहे हैं। नदी सफाई के पैसे निजी संस्थान को दे दिए मुकेश नायक ने बताया कि मंदाकिनी नदी की सफाई के लिए सरकार ने 37 करोड़ रुपए मंजूर किए थे। लेकिन इनमें से 30 करोड़ रुपए सीधे एक निजी संस्थान को दे दिए गए। उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार किसी निजी संस्थान की जमीन और सुविधाओं पर विकास प्राधिकरण का पैसा कैसे खर्च कर सकती है? उन्होंने यह भी कहा कि गोशाला के लिए मिले फंड का भी दुरुपयोग हुआ है। गोशाला बंद पड़ी है और वहां खाना-पीना चल रहा है। वहीं टाटा ट्रस्ट से मिले पैसे का बड़ा हिस्सा एलोपैथिक केंद्र पर खर्च हो चुका है। नायक ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने रामपथ गंगा योजना के लिए 2000 करोड़ रुपए दिए थे, लेकिन इन पैसों का कोई हिसाब नहीं है। उन्होंने महाकाल लोक और ओंकारेश्वर लोक परियोजनाओं पर भी सवाल उठाए और कहा कि नमें लगी मूर्तियां मामूली हवा से भी गिर जाती हैं।