25-May-2025
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भोपाल(ईएमएस)। पिछले महीने सिवनी जिले के पेंच टाइगर रिजर्व में एक वाघिन का शव मिला था। वन विभाग की टीम ने उसे देखकर अंदाजा लगाया था कि इसकी मौत स्वाभाविक रुप से हुई हैं। लेकिन दांत और पंजे कटे होने के कारण संदेह के बाद जांच में जो खुलासा हुआ वो चौंकाने वाला है। पकड़े गए आरोपी ने बताया कि वो पत्नी को बश में करने के लिए तांत्रिक के कहने पर बाधिन के दांत और नाखून काटे थे। चूंकि तांत्रिक ने कहा था तंत्र मंत्र से पत्नी हुकुम की गुलाम हो जाएगी। क्रिया होती इससे पहले ही धरा गया।इस मामले में दो आरोपियों को पकड़ा गया है। उन्होंने माना कि वे सिर्फ अपनी पत्नियों को काबू में करने के लिए एक जादू-टोना करना चाहते थे। राज कुमार और झाम सिंह ने बताया कि एक तांत्रिक ने उन्हें सलाह दी थी कि बाघ के पंजों में वैवाहिक जीवन में दबदबा बनाने का रहस्य है। सिवनी जिले के पेंच टाइगर रिजर्व के एक इलाके में 26 अप्रैल को पुलिस को एक मुखबिर से सूचना मिली, जिसके बाद उन्होंने आरोपियों को पकड़ा। पुलिस ने बाघिन के पंजे, तीन दांत और खाल कई जगहों से बरामद की। कुमार ने बताया कि उसे कहा गया था कि अगर वह बाघ के पंजों से कुछ रस्में करेगा, तो उसे अपनी पत्नी को वश में करने की शक्ति मिल जाएगी। उसका कहना था कि उसकी बीवी बात नहीं मानती है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कुमार और सिंह कुछ अन्य लोगों के साथ मछली पकड़ने गए थे। तभी उन्होंने बाघिन की लाश देखी। वे उसके पास जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन तभी उन्होंने एक और बाघ को पास में बैठे देखा। इसलिए वे डर कर पीछे हट गए। लेकिन, ये दोनों अगले दिन फिर आए और उन्होंने बाघिन के पंजे और नुकीले दांत काट दिए। उनका मन तब भी नहीं भरा। जब तांत्रिक ने उनसे कहा कि उन्हें रस्म पूरी करने के लिए खाल की भी जरूरत है, तो वे फिर से गए और खाल का एक टुकड़ा काट लिया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस इलाके में जादू-टोना में विश्वास करना कोई नई बात नहीं है। उन्होंने ऐसे मामले बताए जहां बाघों और तेंदुओं का शिकार काला जादू करने के लिए किया जाता है। लेकिन, उन्होंने यह भी माना कि पत्नी को काबू में करना इस मामले में एक चौंकाने वाला था। एक वरिष्ठ वन अधिकारी ने कहा, यह चौंकाने वाला है और दिखाता है कि अंधविश्वास लोगों को किस हद तक ले जा सकता है।एक जांच अधिकारी ने कहा, यह रिश्तों की समस्याओं को हल करने का कैसा अजीब तरीका है। हम में से कई लोग वैवाहिक समस्याओं से जूझ रहे होंगे, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम मरी हुई बाघिन के पंजे काटते फिरें। यह बिल्कुल बेतुका है।आरोपियों को 3 मई को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें पूछताछ के लिए वन विभाग की हिरासत में भेज दिया। जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इस अजीब प्रथा में अन्य लोग भी शामिल थे। वे उस तांत्रिक को भी ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या आरोपियों ने पहले भी इस तरह की हरकतें की हैं। वे यह भी जानना चाहते हैं कि क्या वे किसी बड़े गिरोह का हिस्सा हैं। वीरेंद्र/ईएमएस/26मई 2025 -----------------------------------