बिलासपुर (ईएमएस)। भारत स्काउट्स एवं गाइड्स, छत्तीसगढ़ के राज्य मुख्य आयुक्त एवं स्वामी विवेकानंद ओपन रोवर क्रू बिलासपुर के रोवर स्काउट लीडर डॉ. सोमनाथ यादव, राज्य सचिव कैलाश सोनी, जिला मुख्य आयुक्त चंद्रप्रकाश बाजपेयी, जिला शिक्षा अधिकारी पदेन जिला आयुक्त डॉ. अनिल कुमार तिवारी और राज्य संगठन आयुक्त स्काउट विजय कुमार यादव के मार्गदर्शन में, राष्ट्रपति पुरस्कार पाठ्यक्रम-5 के अंतर्गत स्वामी विवेकानंद ओपन रोवर क्रू, बिलासपुर एवं मंगल पांडे ओपन रोवर क्रू, बिलासपुर के संयुक्त तत्वावधान में 24 घंटे की सर्वाइवल हाइक का आयोजन जल संसाधन संभाग, अरपा भैंसाझार बैराज परियोजना, कोटा (जिला-बिलासपुर, छत्तीसगढ़) में किया गया। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ 14 जून 2025 को प्रात: 11 बजे किया गया। शिविर स्थल पर पहुँचने के बाद प्रतिभागियों को दो पेट्रोल (दल) में विभाजित किया गया एवं आवश्यक सामग्री का वितरण किया गया। इसके पश्चात रोवर्स द्वारा स्वयं भोजन निर्माण कर ग्रहण किया गया। भोजन उपरांत शिविर में महेन्द्र बाबू टंडन, जिला संगठन आयुक्त (स्काउट) बिलासपुर एवं मंगल पाण्डे ओपन रोवर क्रू, बिलासपुर के रोवर स्काउट लीडर शशांक विश्वकर्मा की गरिमामयी उपस्थिति रही। रोवर्स को आत्मनिर्भर बनने, विपरीत परिस्थितियों में नेतृत्व करने तथा स्काउटिंग मूल्यों को जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी। रोवर्स ने स्काउटिंग परंपरा अनुसार ध्वज शिष्टाचार से शिविर प्रारंभ किया। इसके उपरांत सभी प्रतिभागियों ने अरपा भैंसाझार बैराज क्षेत्र में खोज चिन्हों के माध्यम से प्रकृति अध्ययन किया, जिसमें स्थानीय वनस्पतियों और प्राकृतिक संकेतों का अवलोकन किया गया। दोपहर बाद रोवर्स ने स्वयं टेंट निर्माण कर उनका निरीक्षण किया। शाम होते-होते मौसम ने अचानक रौद्र रूप धारण कर लिया और मूसलधार वर्षा ने शिविर में चुनौती की घड़ी ला दी। गीली मिट्टी, फिसलन भरे रास्ते, और भीगते हुए टेंट निर्माण जैसे कार्यों ने रोवर्स की साहसिक परीक्षा ली। किन्तु इन कठिन परिस्थितियों में भी सभी प्रतिभागियों ने अद्भुत साहस, सहयोग और आत्मनियंत्रण का परिचय दिया। प्राकृतिक बाधाओं के बीच भी रोवर्स का जोश कम नहीं हुआ। उन्होंने वर्षा की परवाह न करते हुए अपनी जिम्मेदारियाँ निभाईं और सभी गतिविधियाँ समय पर संपन्न कीं। शाम के सत्र में संयुक्त रूप से कैम्प फायर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें स्काउटिंग गीत, प्रेरक प्रसंग एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। रात्रि प्रवास जंगल क्षेत्र में किया गया, जिसमें हर दल ने आपसी सहयोग, दिशा निर्धारण, प्राथमिक उपचार और संकट प्रबंधन जैसी गतिविधियों का अभ्यास किया। हाइक में सिनियर रोवर मेट चन्द्रशेखर पंकज, प्रिंस मेरसा, युगल विश्वकर्मा, तुषार विश्वकर्मा, नितेश चंद्राकर, यशवंत देवांगन, कुलभूषण कुर्रे, अनूप रंजन चतुर्वेदी तथा ग्यास खान ने सक्रिय सहभागिता निभाई। इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रसेवा, आत्मनिर्भरता, नेतृत्व कौशल तथा पर्यावरण संरक्षण के प्रति व्यवहारिक सजगता को प्रोत्साहित करना रहा। प्रकृति की तीव्र परीक्षा के बावजूद रोवर्स की टीम भावना, अनुशासन और दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर यह 24 घंटे की सर्वाइवल हाइक सफलता पूर्वक संपन्न हुई, जो सभी के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव बन गया मनोज राज/योगेश विश्वकर्मा 17 जून 2025