पुरी,(ईएमएस)। भगवान जगन्नाथ रथयात्रा का शुक्रवार को भव्य तरीके से पुरी में शुभारंभ हो गया। मान्यता के अनुसार इस विशेष अवसर पर भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण पर निकले हैं। भगवान जगन्नाथ की यह रथयात्रा देश के विभिन्न राज्यों में भी पूरे जोश और उमंग के साथ निकाली जा रही है। श्रद्धा और उल्लास के साथ शुक्रवार को भगवान जगन्नाथ की वार्षिक रथ यात्रा का शुभारंभ हुआ। विशेष रूप से ओडिशा के पुरी में लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में यह ऐतिहासिक रथयात्रा निकाली गई, जो पुरी के श्रीमंदिर से गुंडिचा मंदिर तक जाएगी और कुल 12 दिनों तक चलेगी। यात्रा का समापन 15 जुलाई को नीलाद्रि विजय के साथ होगा। इस अवसर पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा, कि करोड़ों ओड़िया जनों के आराध्य भगवान जगन्नाथ की पावन रथ यात्रा के अवसर पर सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। चतुर्धामूर्ति से प्रार्थना करता हूं कि यह यात्रा श्रद्धा और भक्ति से परिपूर्ण हो तथा सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और आरोग्य लाए। नगर भ्रमण को निकले भगवान जगन्नाथ मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ में सवार होकर नगर भ्रमण करते हैं। पुरी की रथ यात्रा को दुनिया की सबसे विशाल और पुरानी धार्मिक यात्राओं में से एक माना जाता है। यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु भगवान के रथ को खींचने का सौभाग्य पाते हैं। श्रद्धा, संस्कृति और सामाजिक समरसता का यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह भारत की आध्यात्मिक एकता का भी प्रमाण है। देशभर में यह यात्रा सनातन परंपराओं के गौरव का उत्सव बन चुकी है। हिदायत/ईएमएस 27जून25