नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली पुलिस के स्पेशल स्टाफ और लक्ष्मी नगर पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। जो पुलिसकर्मी बनकर लोगों को डराता और धमकता था। उसके बाद वह लूटपाट करता था। दिल्ली पुलिस ने इस गैंग के 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। वही दिल्ली पुलिस को इनके कब्जे से लूट में इस्तेमाल की गई 2 कार, नगद मोबाइल फोन और लैपटॉप भी मिला है। दिल्ली के शास्त्री पार्क में रहने वाले सलमान जो एक इंश्योरेंस पॉलिसी का दफ्तर चलाते हैं, ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दी थी कि 26 जून को 4 लोग खुद को दिल्ली पुलिस का स्पेशल स्टाफ बाताकर उनके दफ्तर में घुस आए। इन लोगों ने सलमान का मोबाइल और लैपटॉप छीन लिया और उसे जबरन एक कार में बिठाकर ले गए ।रास्ते में सलमान के साथ मारपीट की गई और उसे धमकाते हुए डेढ़ लाख रुपए वसूले गए, फर्जी पुलिस बने लोगो ने उसे धमाकाते हुए कहा कि अगर उसने पैसे नही दिए तो उसे फर्जी इंश्योरेंस मामले में फंसा दिया जाएगा। दिल्ली पुलिस ने इसी शिकायत के आधार पर लक्ष्मी नगर पुलिस स्टेशन पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने इस मामले में जांच को आगे बढ़ते हुए एक स्पेशल टीम का गठन किया। पुलिस की टीम ने इलाकों के सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सर्विलेंस की मदद से आरोपियों की पहचान कर ली। पुलिस की टीम ने 28 जून की रात नोएडा लिंक रोड पर लूट में इस्तेमाल की गई कार से 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसके बाद दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से 3 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दिल्ली पुलिस को उनके कब्जे से एक होंडा सिटी कार, लैपटॉप, 3 मोबाइल फोन और नगद भी मिला। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान हनी कुमार, सनी शर्मा, अंकित जैन, विक्रम सिंह, राहुल गुप्ता राहुल यादव, जीतपाल के रूप में हुई। दिल्ली पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी हनी कुमार ने जो पहले सलमान के यहां काम करता था। अंदरूनी जानकारी देकर सनी शर्मा को प्लान बताया। सनी ने अपने साथियों के साथ मिलकर नकली पुलिस बनाकर लूटपाट की योजना बनाई। पीड़ित को डरा धमका कर पैसे लिए गए। आरोपियों को लगा कि पुलिस की वर्दी में रौब दिखाकर आसानी से वारदात को अंजाम दिया जा सकता है। फिलहाल दिल्ली पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में लगी है कि क्या इस गैंग ने और भी लोगों को इसी तरीके से ठगा है। अजीत झा/ देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/01/ जुलाई /2025