क्षेत्रीय
01-Jul-2025
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गुना (ईएमएस)। जिले के आरोन थानांतर्गत गेहूंखेड़ा गाँव में जमीनी विवाद के चलते शिक्षक ब्रह्मदास की नृशंस हत्या के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त है। इस हृदय विदारक घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय विधायक और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह मंगलवार को गुना के अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने इस घटनाक्रम में गंभीर रूप से घायल हुए ब्रह्मदास के भाई और पुत्र से मुलाकात की। मुलाकात के बाद जयवर्धन सिंह ने बताया कि यह खूनी संघर्ष 10 बिस्वा जमीन के छोटे से टुकड़े को लेकर हुआ। ब्रह्मदास के पुत्र सत्या अहिरवार के दोनों पैरों में फ्रैक्चर है और सिर पर भी गंभीर चोटें आई हैं। वहीं, ब्रह्मदास के भाई आईसीयू में भर्ती हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। जयवर्धन सिंह ने इस घटना को आश्चर्यजनक और समझ से परे बताते हुए कहा कि ऐसी हिंसा असाधारण है। उन्होंने बताया कि वे इस मामले में गुना के एसपी और कलेक्टर के संपर्क में हैं। जयवर्धन सिंह के साथ वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी, डॉ. देवेंद्र सूर्यवंशी, राजू भारती, बमोरी विधायक इंजी. ऋषि अग्रवाल, हरिशंकर विजयवर्गीय, शेखर वरिष्ठ और हीरालाल अहिरवार भी घायलों से मिलने पहुंचे। सभी नेताओं ने घटना को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ब्रह्मदास के परिवार ने शिक्षा और व्यवसाय दोनों क्षेत्रों में खुद को स्थापित किया था, और ऐसे परिवार पर इस तरह की घटना होना वाकई चिंताजनक है। जयवर्धन सिंह ने पीडि़त परिवार को आश्वासन दिया है कि उनके उपचार में जो भी खर्च आएगा, वह स्वयं वहन करेंगे। पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए मोहन सरकार और मोदी सरकार को सुरक्षा के मोर्चे पर विफल बताया। उन्होंने इस तरह की घटनाओं के लिए कानून व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया। चौधरी ने आरोप लगाया कि पीडि़तों ने पहले ही इस तरह की घटना की आशंका जताई थी, इसके बावजूद ऐसी घटना का होना यह दर्शाता है कि सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक हुई है और पुलिस ने घटनाक्रम को नजरअंदाज करने का प्रयास किया है। - सीताराम नाटानी (ईएमएस)