जगदलपुर(ईएमएस)। ओडिशा के कोरापुट जिले के मल्लीगुड़ा और जराटी स्टेशनों के बीच भूस्खलन के चलते किरंदुल-विशाखापत्तनम रेललाइन पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। हादसे के तीसरे दिन गुरुवार को भी मलबा हटाने का काम जारी रहा, लेकिन भारी बारिश के कारण राहत कार्य में लगातार बाधा आ रही है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, पहाड़ी से खिसके एक विशाल बोल्डर और मलबे ने रेलवे ट्रैक को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया है। ट्रैक को साफ करने के लिए रेलवे ने करीब 300 श्रमिकों और 13 अत्याधुनिक मशीनों को लगाया है। वाल्टेयर मंडल के डीआरएम ललित बोहरा और रायगड़ा मंडल के डीआरएम अमिताभ सिंघल स्वयं मौके पर पहुंचकर हालात पर नजर रखे हुए हैं। सुरक्षा को देखते हुए रेलवे ने 10 यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं: राउरकेला-जगदलपुर इंटरसिटी,जगदलपुर-राउरकेला इंटरसिटी,जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस,विशाखापत्तनम-किरंदुल पैसेंजर हावड़ा-जगदलपुर समलेश्वरी,जगदलपुर-पुरी रथयात्रा स्पेशल (अब कोरापुट से चलेगी),रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि यात्रा से पहले संबंधित हेल्पलाइन नंबर या रेलवे की वेबसाइट से जानकारी अवश्य लें। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक के. संदीप ने बताया कि स्थिति की सतत निगरानी की जा रही है, लेकिन अभी यह तय नहीं किया जा सकता कि मार्ग कब तक बहाल होगा। किरंदुल से विशाखापत्तनम तक फैली यह रेललाइन कठिन पहाड़ी और घाटी क्षेत्रों से होकर गुजरती है, जिससे बारिश के मौसम में भूस्खलन की घटनाएं आम हो जाती हैं। यह रेलमार्ग 1967 में जापानी तकनीक से बनाया गया था और तब से अब तक दर्जनों बार भूस्खलन की घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ प्रमुख घटनाएं: जनवरी 2017: कुनेरू स्टेशन के पास हीराखंड एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त — 39 यात्रियों की मौत, 50 घायल,अक्टूबर 2017: चिमीड़िपल्ली के पास चट्टान गिरने से महीनों रेल सेवा बाधित,अगस्त 2022: शिखरपाई में बोल्डर गिरा, ट्रेनों की गति धीमी,सितंबर 2023: मनाबर-जरा टी खंड में मलबा गिरने से संचालन 17 दिन बंद,2 जुलाई 2025: वर्तमान मल्लीगुड़ा-जराटी भूस्खलन से ट्रैक तीसरे दिन भी बंद रेल प्रशासन ने भरोसा जताया है कि जल्द से जल्द ट्रैक को दुरुस्त कर सेवा बहाल की जाएगी, लेकिन बारिश की तीव्रता को देखते हुए इसमें समय लग सकता है। ईएमएस(संजय कुमार जैन)04 जुलाई 2025