अंतर्राष्ट्रीय
09-Jul-2025
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वॉशिंगटन,(ईएमएस)। अमेरिका के हवाई अड्डों पर सुरक्षा जांच के दौरान यात्रियों को अब अपने जूते उतारने की आवश्यकता नहीं होगी। परिवहन सुरक्षा प्रशासन (टीएसए) ने लगभग दो दशक पुराने इस नियम को खत्म करने का फैसला लिया है। यह निर्णय देशभर के सभी हवाई अड्डों पर तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। अमेरिका की होमलैंड सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम ने इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि सुरक्षा प्रणाली अब पहले की तुलना में कहीं अधिक उन्नत और सटीक हो चुकी है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा जांच की बहुस्तरीय प्रणाली बरकरार रहेगी, लेकिन यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस बदलाव को जरूरी माना गया। नोएम ने स्पष्ट किया कि यात्रियों को अभी भी बेल्ट, जैकेट और कोट उतारने होंगे। इसके अलावा लैपटॉप और तरल पदार्थों को भी बैग से निकालकर अलग ट्रे में रखना अनिवार्य रहेगा। हालांकि, इन नियमों की भी समीक्षा की जा रही है और आने वाले समय में इन पर भी बदलाव संभव है। क्रिस्टी नोएम ने कहा, आज हमारी सुरक्षा तकनीक अत्यधिक परिष्कृत हो चुकी है। स्कैनिंग सिस्टम पहले की तुलना में अधिक संवेदनशील और प्रभावी हैं। यही कारण है कि टीएसए ने यह अहम कदम उठाया है। इस निर्णय से अमेरिका आने-जाने वाले लाखों यात्रियों को राहत मिलेगी, जो अब जांच प्रक्रिया में अधिक सहजता महसूस करेंगे। कब और कैसे बना जूते उतारने का नियम यह नियम 2001 में लागू किया गया था, जब दिसंबर में पेरिस से मियामी जा रही एक फ्लाइट में एक ब्रिटिश नागरिक ने अपने जूते में बम छिपा लिया था। हालांकि वह बम विस्फोट करने में असफल रहा और यात्रियों की सतर्कता से उसे पकड़ लिया गया। इसके बाद अमेरिका ने 2006 में एयरपोर्ट जांच के दौरान जूते उतरवाने का सख्त नियम लागू किया था। हिदायत/ईएमएस 09जुलाई25