विंडहोक,(ईएमएस)। अपनी पांच देशों की विदेश यात्रा के अंतिम पड़ाव नामीबिया की राजधानी विंडहोक के स्टेट हाउस में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डॉ. नटुम्बो नंदी नदैतवा के बीच एक महत्वपूर्ण प्रतिनिधिमंडल स्तर की द्विपक्षीय बैठक हुई। जिसमें दोनों की द्विपक्षीय भागीदारी के अलावा साझा हितों से जुड़े हुए वैश्विक मुद्दों पर भी गहनता के साथ चर्चा की गई। दोनों शीर्ष नेताओं ने अपनी बातचीत में आतंकवाद के मामले को भी प्रमुखता के साथ न केवल शामिल किया। बल्कि इस वैश्विक चुनौती के विरूद्ध जारी अंतरराष्ट्रीय लड़ाई को मजबूती प्रदान करने के लिए भी अपनी सहमति जताई। नामीबिया ने भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के तुरंत बाद भारत के लोगों को जो मजबूत समर्थन प्रदान किया था। उसके लिए पीएम मोदी ने उनके प्रति आभार व्यक्त किया। बैठक में दोनों नेताओं ने ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज को बुलंद करने के लिए साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जाहिर की। प्रधानमंत्री मोदी ने नामीबिया की राष्ट्रपति को पारस्परिक रूप से सुविधाजनक समय पर भारत आने का निमंत्रण भी दिया। विदेश मंत्रालय ने 9 जुलाई को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। दो एमओयू पर किए गए हस्ताक्षर मंत्रालय ने बताया कि बैठक के बाद भारत और नामीबिया के बीच स्वास्थ्य और उद्यमिता को लेकर कुल दो समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए और तीन घोषणाएं की गई। जिसमें नामीबिया ने भारत के आपदा रोधी अवसंरचना गठबंधन (सीडीआरआई), ग्लोबल बॉयोफ्यूल एलायंस से जुड़ने की घोषणा शामिल है। इसके अलावा तीसरी घोषणा के रूप में यह दक्षिणी अफ्रीकी देश दुनिया का ऐसा पहला देश बन गया है। जिसने यूपीआई तकनीक को अपनाने के लिए भारत के साथ लाइसेंसिंग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। पीएम ने सराहा प्रोजेक्ट चीता पर सहयोग दोनों नेताओं की बातचीत में रक्षा, समुद्री सुरक्षा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, यूपीआई, कृषि, स्वास्थ्य, फार्मा, ऊर्जा और महत्वपूर्ण खनिज जैसे क्षेत्रों को शामिल किया गया। इसके अलावा द्विपक्षीय सहयोग को और अधिक मजबूत बनाने पर भी दोनों नेताओं ने ध्यान केंद्रित किया। प्रधानमंत्री ने भारत की चीता संरक्षण परियोजना में नामीबिया के सहयोग के लिए राष्ट्रपति नंदी नदैतवा को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने नामीबिया को अंतरराष्ट्रीय बिग कैट एलायंस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। वीरेंद्र/ईएमएस/10जुलाई2025