नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ (जेएनयूएसयू) की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल मंगलवार को 12वें दिन भी जारी रही। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रावास विस्तार के लिए जारी किए गए माफीनामा जैसे शपथपत्र को सिरे से खारिज कर दिया है। छात्रसंघ ने आरोप लगाया कि सात जुलाई को डीन आफ स्टूडेंट्स (डीओएस) से मुलाकात के दौरान उन्होंने मांग की थी कि शैक्षणिक विस्तार के साथ स्वतः छात्रावास विस्तार दिया जाए, लेकिन प्रशासन ने छात्रों को एक ऐसा शपथपत्र भरने को कहा जिसमें उन्हें “मानवीय आधार पर विश्वविद्यालय के प्रति कृतज्ञता” जतानी होगी और पीएचडी सबमिशन की अंतिम तिथि बतानी होगी, अन्यथा छात्रावास सुविधा समाप्त कर दी जाएगी। वहीं, जिन छात्रों की पीएचडी पूरी करने की अवधिक निकल गई थी, विश्वविद्यालय की ओर से उन्हें छात्रावास खाली करने के नोटिस भेजे गए थे। अब माफीनामा लिखने को बोला जा रहा है। जेएनयूएसयू ने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों को झुकाना चाहता है। छात्रसंघ ने बयान में कहा, प्रशासन यह मांग रहा है कि छात्र अंतिम जमा तिथि बताएं, जबकि गैर-नेट स्कालर को मात्र आठ हजार प्रति माह मिलते हैं, प्रयोगशालाओं में उपकरणों की कमी है, फील्डवर्क में समय लगता है और कई बार उपकरण या केमिकल के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में शोध कार्य प्रभावित होना स्वाभाविक है। अजीत झा /देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/09/जुलाई /2025