गुरुग्राम (ईएमएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा के गुरुग्राम और जींद में प्रोबो मीडिया टेक्नोलोजीज प्राइवेट लिमिटेड और इसके प्रमोटर्स सचिन सुभाष चंद्र गुप्ता और आशीष गर्ग के ठिकानों पर छापेमारी की है। मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत की गई इस कार्रवाई से ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए के गैरकानूनी रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। ईडी ने कंपनी की प्रोबो ऐप और वेबसाइट के जरिए देशभर में चल रही अवैध गतिविधियों को टारगेट किया है। इस कार्रवाई के तहत 284.5 करोड़ रुपये की संपत्ति फ्रीज की गई है। प्रोबो ऐप को एक ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म के रूप में प्रचारित किया जाता है लेकिन जांच में खुलासा हुआ कि यह ऐप लोगों को “हां या ना” वाले सवालों पर पैसे लगाने के लिए लालच देकर जुए और सट्टेबाजी के लिए उकसाता है। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि उन्हें साधारण सवालों के जवाब देकर मुनाफा कमाने का झांसा दिया गया लेकिन असल में यह एक सट्टेबाजी स्कीम थी। इसके चलते कई यूजर्स ने भारी नुकसान उठाया क्योंकि ज्यादा मुनाफे के लालच में वे बार-बार पैसे लगाते रहे। ईडी ने गुरुग्राम, पलवल और आगरा में दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। जांच में सामने आया कि प्रोबो खुद को ओपिनियन ट्रेडिंग यानी विचार आधारित खेल बताता है लेकिन इस खेल की सच्चाई ये है कि इसमें हर सवाल का जवाब केवल हां या ना में होता है। यानी सिर्फ दो नतीजे संभव हैं, जिससे ये सीधे तौर पर जुए और सट्टेबाज़ी की कैटेगरी में आता है न कि स्किल बेस्ड गेमिंग की श्रेणी में। ईडी को छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डेटा मिला है। जांच में ये भी सामने आया कि ऐप में नाबालिगों के लिए कोई रोकटोक नहीं थी। ऐप पर चुनाव नतीजों से जुड़े सवालों पर भी सट्टेबाज़ी कराई जाती थी। जांच में यह भी पता चला कि कंपनी ने मॉरीशस, केमैन आइलैंड समेत कई विदेशी कंपनियों से प्रेफरेंस शेयर के ज़रिए 134।84 करोड़ रुपये जुटाए। छापेमारी में ईडी ने 284।5 करोड़ रुपये की एफडी और शेयरों में किए गए निवेश को फ्रीज कर दिया है। इसके अलावा तीन बैंक लॉकर भी सील किए गए हैं। सुबोध\०९\०७\२०२५