नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत में ब्याज की दरें लगातार घटती चली जा रही हैं। बैंक में जमा फिक्स्ड डिपॉजिट और सेविंग बैंक में बहुत कम रिटर्न निवेशकों को मिल रहा है। जिसके कारण भारतीय निवेशकों का ध्यान अब बैंक और सरकार की विभिन्न योजनाओं में नगद जमा करने के स्थान पर गोल्ड में निवेश करने का चलन बढ़ रहा है। बड़े निवेशक अब रियल एस्टेट और इंटरनेशनल मार्केट के निवेश को प्रमुखता दे रहे हैं। वहां से निवेशकों को नगद जमा योजना से ज्यादा बेहतर रिटर्न मिल रहा है। भारत में कैश रिजर्व घटकर मात्र 15 फीसदी रह गया है। एशिया के सभी देशों में यह सबसे कम है। ब्याज दरें घटने के कारण धनी निवेशको ने नगदी निवेश को बहुत कम कर दिया है। इसमें 40 फ़ीसदी तक की कमी आई है। गोल्ड और रियल स्टेट मे लगातार निवेश बढ़ रहा है। 2025 में भारतीय निवेशकों का गोल्ड में 7 फीसदी निवेश बढ़ा है। सोने का निवेश बढकर 15 फ़ीसदी पर पहुंच गया है। नगदी का निवेश मात्र 15 फ़ीसदी रह गया है। इसमें 10 फ़ीसदी की गिरावट आई है। पहले यह 25 फ़ीसदी के स्तर पर था। भारत में क्रिप्टो करेंसी पर भी निवेश बढ़ा है। यह लगभग 7 फ़ीसदी पर पहुंच गया है। शेयर इक्विटी में निवेश चार फ़ीसदी घटकर 9 फ़ीसदी रह गया है। भारतीयों की अब बचत में कम रुचि है। भारतीयों में खर्च करने की प्रवृत्ति लगातार बढ़ रही है। छुट्टियों और मौज मस्ती में अपनी आय का 40 फ़ीसदी तक भारतीय खर्च करने लगे हैं। खुद का घर बनाने में भी भारतीय निवेश कर रहे हैं। एसजे/ 10 जुलाई /2025