राष्ट्रीय
10-Jul-2025


बेंगलुरु (ईएमएस)। कर्नाटक के हासन जिले में बीते 40 दिनों में हार्ट अटैक से 23 लोगों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। इसमें 6 पीड़ितों की उम्र 19 से 25 वर्ष के बीच थी, जबकि 8 मृतक 25 से 45 वर्ष की उम्र के थे। अचानक बढ़े इन मामलों ने क्षेत्र के लोगों में चिंता पैदा कर दी है। राज्य के प्रमुख अस्पतालों में शामिल बेंगलुरु और मैसुरु के जयदेव अस्पतालों में हृदय रोगियों की संख्या में 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, अब हर दिन हजारों की संख्या में लोग हार्ट की जांच करवाने अस्पताल पहुंच रहे हैं, विशेषकर हासन और आसपास के जिलों से हृदय रोगियों का रैला आ रहा है। वहीं जयदेव अस्पताल, मैसूर के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. के.एस. सदानंद ने लोगों से घबराने के बजाय सतर्कता और समझदारी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा, एक बार जांच कराने से समस्या खत्म नहीं होगी। जरूरी है कि लोग अपनी जीवनशैली में सुधार करें, संतुलित आहार लें, धूम्रपान-शराब से बचें और नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।” वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दुनियाभर में हर साल 6 करोड़ लोगों की मौत होती है, जिसमें से करीब 32 प्रतिशत मौतों की वजह कार्डियोवस्कुलर डिजीज (सीवीडी) होती है। यानी हर साल लगभग 1.75 करोड़ लोग हार्ट से जुड़ी बीमारियों के कारण जान गंवा रहे हैं। पहले यह बीमारी बुजुर्गों तक सीमित मानी जाती थी, लेकिन अब 30 वर्ष से कम उम्र के लोग भी बड़े पैमाने पर शिकार हो रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड-19 महामारी के बाद से हृदय संबंधी बीमारियों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। हासन में हुई इन मौतों ने कर्नाटक सरकार और स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट कर दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार अब समय आ गया है जब हर व्यक्ति को अपनी स्वास्थ्य-शैली पर गंभीर ध्यान देना होगा। हृदय की जांच के साथ ही, लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए संतुलनपूर्ण जीवनशैली जरूरी है। आशीष दुबे / 10 जुलाई 2025