राज्य
10-Jul-2025
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इंदौर (ईएमएस)। गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर ख्यातिप्राप्त वीर अलीजा सरकार धाम में एक भव्य और अविस्मरणीय महोत्सव का आयोजन किया गया। मंदिर परिसर को काठियावाड़ी पद्धति (थीम) के आधार पर अत्यंत सुंदरता से सजाया गया था, जिसे देखकर भक्त मंत्रमुग्ध हो गए। यह पूरा आयोजन अल सुबह 5 बजे से देर रात तक चला, जिसमें 10 हजार से ज़्यादा श्रद्धालु शामिल हुए। :: दिनभर चला भक्ति और सेवा का दौर :: महोत्सव का शुभारंभ सुबह 5 बजे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ, जिसके बाद वीर अलीजा सरकार हनुमानजी का चोला चढ़ाया गया और विशेष श्रृंगार किया गया। सफेद मोतियों से बनी लाल वेलवेट की पोशाक और दिव्य सज्जा ने भक्तों को निहाल कर दिया। श्रृंगार आरती के पश्चात पूज्य साकेतवासी कैलाशनंदजी, पूज्य ओंकारानंद जी एवं पूज्य श्री श्री 1008 प्रभुवानंद जी की चरण पादुका पूजन से कार्यक्रम का विधिवत आरंभ हुआ। सुबह 8 बजे से गादीपति ब्रह्मचारी पवनानंद जी महाराज का पद-पादुका पूजन शुरू हुआ, जो देर शाम तक चलता रहा। इस दौरान मंदिर परिसर में दिनभर भजन-कीर्तन, सत्संग और पूजन अनुष्ठान आयोजित किए गए। 400 वर्षों से अधिक प्राचीन इस मंदिर में शाम को भजन संध्या, महाआरती और महाप्रसादी वितरण का भी आयोजन हुआ, जिसमें भक्तों ने पूरी आस्था और भक्ति के साथ भाग लिया। मंदिर के श्रृंगार में लाल वेलवेट पर हजारों मोतियों से बनी पोशाक और दिव्य पगड़ी विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। इस आयोजन में 100 से ज़्यादा भक्तों ने तीन अलग-अलग सत्रों में सेवादार के रूप में व्यवस्थाएँ संभालीं, जिससे पूरा महोत्सव सुचारु रूप से संपन्न हुआ। :: गुरु पवनानंद महाराज का संदेश : संस्कारी बनें युवा गादीपति ब्रह्मचारी पवनानंद महाराज ने गुरुपूर्णिमा के अवसर पर युवाओं को महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को धर्म और संस्कारों से जुड़े रहने की बेहद आवश्यकता है। उन्होंने ज़ोर दिया कि युवाओं को माता-पिता और गुरु के कहे अनुसार ही जीवन में आगे बढ़ना चाहिए, क्योंकि वे ही उनके भविष्य के सबसे बड़े शुभचिंतक हो सकते हैं। महाराज ने आज के समय में धर्म-संस्कृति के प्रति समर्पित और आदर्श प्रस्तुत करने वाले समाज के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया। प्रकाश/10 जुलाई 2025