वाराणसी (ईएमएस)। सावन में श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को पुलिसकर्मी सर और मैडम कह कर संबोधित करेंगे। नो टच इमेज के तहत किसी भी श्रद्धालु विशेष कर महिलाओं को बिना आवश्यक कारण के नहीं स्पर्श करेंगे। पुलिस कर्मियों के लिए जारी दिशा निर्देश में कहा गया है कि वह ड्यूटी के दौरान मोबाइल या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अपने पास नहीं रख सकेंगे। पुलिस आयुक्त, वाराणसी मोहित अग्रवाल की तरफ से जारी निर्देशन में कहा गया है कि किसी प्रकार के दुर्व्यवहार की स्थिति में पुलिस कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। ड्यूटी पर लगे व चेकिंग के लिए आने वाले अधिकारी भी अपनें वाहन को नों विहिकल जोन में खड़ा नहीं करेंगे। पुलिस कर्मियों को ड्यूटी के दौरान साफ सुथरी वर्दी पहनने, पहचान पत्र धारण करने, मोबाइल फोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग नहीं करने और नशे से दूर रहने के लिए कहा गया है।वृद्ध, दिव्यांग और महिलाओं के लिए प्राथमिकता दर्शन व्यवस्था और भीड़- भाड़ के समय विशेष मार्गदर्शन प्रणाली लागू की जाएगी। मंदिर व्यवस्था में नियुक्त कर्मियों से नियमित संवाद और समन्वय बनाए रखने और ड्यूटी में नियुक्त पुलिसकर्मियों को समय-समय पर ब्रीफ किए जाने के लिए निर्देशित किया गया है। पिक पॉकेट पर सतर्क नजर रखें, ताकि अपराध को समय से रोका जा सके। सावन से पहले ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से स्पर्श दर्शन को बंद करने की बात कही गई है। मंदिर परिसर के चारों तरफ होर्डिंग, बैनर लगाकर श्रद्धालुओं को जागरूक किया गया है। इसमें कहा गया है कि मंदिर प्रशासन की ओर से स्पर्श दर्शन की कोई व्यवस्था नहीं है, यदि कोई व्यक्ति आपको स्पर्श दर्शन कराने के लिए आश्वासन देता है या धनराशि मांगता है तो इस बात पर विश्वास न करें, वह आपको ठगने का प्रयास कर रहा है। डॉ नरसिंह राम, 11 जुलाई, 2025