रांची(ईएमएस)।रांची विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के मुख्य गेट पर शुक्रवार अखिल भारतीय छात्र संघ ने रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डी के सिंह का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में जेएनयू छात्रसंघ ने रांची विश्वविद्यालय के कुलपति की तानाशाही नीतियों के खिलाफ और जेएनयू में जारी भूख हड़ताल के समर्थन में अपना एकजुटता प्रदर्शित किया।इस मौके पर आइसा के राज्य सचिव त्रिलोकीनाथ ने कहा कि रांची विश्वविद्यालय के कुलपति छात्रों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। यह किसी भी लोकतांत्रिक संस्थान के लिए बेहद शर्मनाक है।छात्रों की मूलभूत समस्याओं को लेकर आवाज उठाना जैसे- छात्रसंघ चुनाव कराना, क्लासेस का नियमित संचालन, रिजल्ट सुधारने के लिए आरटीई के तहत मूल्यांकन देखना आदि लोकतांत्रिक अधिकार है। लेकिन इन मांगों को सुनने के बजाय छात्रों पर मुकदमा करने और धमकियां दी जा रही हैं।आइसा एक्टिविस्ट संजना मेहता ने कहा केंद्र सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन सभी विश्वविद्यालयों में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने और स्वतंत्र विचार रखने वाले छात्रों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रदर्शन में जेएनयू छात्रसंघ की भूख हड़ताल के प्रति भी समर्थन दिखाया गया। यह भूख हड़ताल 26 जून 2025 से चल रही है और इसका मुख्य उद्देश्य न केवल जेएनयू प्रवेश परीक्षा को फिर से प्रारंभ कराना है, बल्कि सभी विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता की रक्षा करना भी है। कर्मवीर सिंह/11जुलाई/25