13-Jul-2025
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लंदन (ईएमएस)। डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही और चीज़ अगर रात में खाने जाएं तो वे बुरे सपनों को बढ़ावा दे सकते हैं। ताजा अध्ययन में करीब एक हजार कॉलेज छात्रों को शामिल किया गया। इसमें देखा गया कि जिन प्रतिभागियों को दूध या उससे बने उत्पादों से एलर्जी थी या जो लैक्टोज इंटोलरेंट थे, उन्हें रात को दूध, दही या चीज़ खाने के बाद ज्यादा डरावने और बेचैन करने वाले सपने आने लगे। शोधकर्ताओं का कहना है कि डेयरी खाने के बाद ऐसे लोगों को पेट फूलने, गैस बनने, जलन और मरोड़ जैसी दिक्कतें होती हैं, जिससे उनकी नींद खराब होती है और दिमाग को पूरा आराम नहीं मिल पाता। नतीजा यह होता है कि तनाव और असहजता सपनों में डरावने रूप में बदल जाती है। यूनिवर्सिटी ऑफ मॉन्ट्रियल के प्रोफेसर और अध्ययन के सह-लेखक डॉ. टोरे नील्सन के मुताबिक, नींद की गुणवत्ता और सपनों के बीच गहरा रिश्ता है। अगर पेट में गड़बड़ी या कोई असुविधा हो तो व्यक्ति की नींद में खलल आता है, जिससे दिमाग में चल रही बेचैनी सपनों में डर का रूप ले लेती है। उनका कहना है कि ये परिणाम शुरुआती हैं और खानपान और सपनों के संबंध को पूरी तरह समझने के लिए आगे और रिसर्च की जरूरत है। स्टडी में यह भी पाया गया कि सिर्फ डेयरी उत्पाद ही नहीं, बल्कि मीठा, डेज़र्ट्स, मसालेदार खाना, नॉनवेज और यहां तक कि कुछ सीरियल्स भी बुरे सपनों को बढ़ा सकते हैं। इसके उलट, हल्का और प्राकृतिक भोजन जैसे फल, सब्जियां और हर्बल टी नींद को बेहतर बनाने और मन को शांत रखने में मददगार साबित हो सकते हैं। शोधकर्ताओं की टीम अब एक और विस्तृत अध्ययन की योजना बना रही है जिसमें लोगों को सोने से पहले अलग-अलग चीजें खिलाकर उनके सपनों के अनुभव का अंतर देखा जाएगा, ताकि इस विषय पर और पुख्ता निष्कर्ष निकाले जा सकें। बता दें कि रात में नींद के बीच अचानक डरावने सपने देखकर जाग जाना, पसीना-पसीना हो जाना और घबराहट महसूस करना एक आम अनुभव है जो किसी की भी नींद और मानसिक स्थिति पर असर डाल सकता है। सुदामा/ईएमएस 13 जुलाई 2025