अंबिकापुर(ईएमएस)। शहर के रेलवे स्टेशन के पीछे बनाए गए रेक साइडिंग का खामियाजा आसपास के चार गांवों के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। आमगांव, ठाकुरपुर, बिशुनपुर खुर्द और अजिरमा के लोग रोजाना ट्रकों की आवाजाही, जाम और सड़क की बदहाली से जूझ रहे हैं। बीती रात रेक साइडिंग मार्ग पर एक ट्रक फंस गया, जिससे अजिरमा से लेकर नेशनल हाईवे तक वाहनों की लंबी कतार लग गई और ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उल्लेखनीय है कि चठिरमा स्थित एफसीआई गोदाम से अंबिकापुर रेलवे स्टेशन तक चावल की ढुलाई इसी मार्ग से होती है। ग्रामीणों का कहना है कि रेलवे द्वारा साइडिंग तो बना दी गई, लेकिन सामान लाने-ले जाने के लिए कोई वैकल्पिक सड़क नहीं बनाई गई। नतीजतन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी ग्रामीण सड़क को ही भारी वाहनों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि इस मार्ग पर भारी वाहन प्रतिबंधित हैं। लगातार दबाव के चलते अब यह सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। ग्रामीणों का आरोप है कि रेलवे और नागरिक आपूर्ति निगम नियमों की खुली अवहेलना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि वे अब तक चुपचाप असुविधाएं सहते रहे हैं, लेकिन अब सब्र का बांध टूट रहा है। अगर जल्द समाधान नहीं निकला, तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। सत्यप्रकाश(ईएमएस)13 जुलाई 2025