नई दिल्ली (ईएमएस)। अवध ओझा ने दिल्ली चुनाव में अपनी हार को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने फिर कहा कि मोदी ने विरोधी के पैर छुए इसलिए वो जीता। अगर अमेरिका के राष्ट्रपति मेरे पैर छू लेता हो बाजी पलट जाती। मशहूर शिक्षक और आम आदमी पार्टी के नेता अवध ओझा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी हार को लेकर एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। उन्होंने फिर एक बार अजीबोगरीब बयान दिया है। ओझा सर ने दावा किया कि उनकी हार की वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके विरोधी उम्मीदवार रविंद्र सिंह नेगी के पैर छूना था, और अगर अमेरिका के राष्ट्रपति उनके पैर छू लेते, तो शायद बाजी पलट जाती। अवध ओझा ने एक इंटरव्यू में कहा कि दिल्ली के पटपड़गंज सीट पर हुए चुनाव में शुरूआती 15 दिन वह अकेले प्रचार करते रहे। लेकिन इसके बाद, उनके मुताबिक, पूरी विधानसभा उनके समर्थन में आ गई थी। ओझा ने कहा लोग कहने लगे, भैया आप जीत रहे हो। लेकिन फिर, उनके दावे के मुताबिक, खेल बदल गया। ओझा का कहना है कि जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके विरोधी रविंद्र सिंह नेगी के पैर छुए, वोटरों का मूड बदल गया। उन्होंने दावा किया उसी वक्त चुनाव का रुख पलट गया। अगर पैर छूना ही था, तो सिर्फ एक उम्मीदवार का क्यों? बाकी नेताओं के पैर क्यों नहीं छुए? उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है, जहां लोग इसे लेकर तरह-तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं। अजीत झा /देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/16/जुलाई /2025