* *चौथे दिन भी जारी दिव्यांग स्वाभिमान प्रदर्शन के तहत अपनी मांगों को लेकर दिव्यांग पहुंचे भाजपा जिलाध्यक्ष के पास* *जिलाध्यक्ष श्री सिकरवार ने दिव्यांगों के साथ भजन ओर भोजन किया और सुनी उनके मन की बात* *जिलाध्यक्ष श्री सिकरवार ने दिव्यांगों को दिया हर संभव मदद का भरोसा* *विधानसभा सत्र में विधान पटल पर अपनी मांगें रखवाने हेतु दिव्यांग कर रहे हैं दिव्यांग स्वाभिमान प्रदर्शन* गुना (ईएमएस) गुना। दिव्यांग अपनी हक की लड़ाई लड़ने, शांति और स्वाभिमान के साथ: गुना में दिव्यांगों का नो दिवसीय अनोखे प्रदर्शन का आज चतुर्थ दिवस भी जारी रहा। दिव्यांग स्वाभिमान प्रदर्शन के तहत सभी दिव्यांग चौथे दिवस पर अपनी मांगों को लेकर बुधवार को भाजपा जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह सिकरवार के पास पहुंचे और उन्होंने अपनी मांगों का आवेदन जिलाध्यक्ष श्री सिकरवार को सौंपा। जिलाध्यक्ष श्री सिकरवार ने दिव्यांगों के स्वागत के लिए पहले से ही तैयार थे और उन्होंने दिव्यांगों के लिए बैठने कुर्सियों की व्यवस्था एवं भोजन पानी की व्यवस्था की। साथ ही जिलाध्यक्ष श्री सिकरवार दिव्यांगों के साथ बातचीत कर उनकी मांगों को गंभीरता पूर्वक सुना और सरकार से उनकी हर संभव मांगों को पूर्ण कराने का भरोसा दिलाया। साथ ही उन्होंने सभी दिव्यांगों के साथ स्वादिष्ट भोजन का लुफ्त लिया। एवं जो दिव्यांग अपने हाथ से भोजन नहीं कर सकते थे उनको जिलाध्यक्ष श्री सिकरवार ने अपने हाथों से उन्हें भोजन खिलाया। इससे पूर्व उन्होंने दिव्यांगों के साथ भजन भी किया। इस अवसर पर उनके साथ भाजपा जिला मीडिया प्रभारी विकास जैन नखराली सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। दिव्यांगों ने जिलाध्यक्ष श्री सिकरवार को दो ज्ञापन सौंपे गए जिसमें एक मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नाम और दूसरा स्वयं जिलाध्यक्ष के नाम था। मुख्यमंत्री के ज्ञापन में शासन स्तर की समस्याएं थी जबकि जिलाध्यक्ष के ज्ञापन में स्थानीय स्तर की समस्याएं थी। जिलाध्यक्ष श्री सिकरवार ने सभी दिव्यांग जनों की बड़े धैर्य से बात सुनते हुए शासन स्तर की मांगों को मुख्यमंत्री महोदय तक पहुंचाने एवं विधायक के माध्यम से विधानसभा पटल पर रखने की सहमति दी एवं जिला स्तर पर गुना कलेक्टर से स्थानीय समस्याओं के निराकरण करवाने का आश्वासन दिया। स्थानीय समस्याओं में बस का किराया, आवास एवं शासकीय दुकानों की नीलामी में आरक्षण का मुद्दा उठाया। यह आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण है, जिसमें दिव्यांग संवाद और सहभोज के माध्यम से अपने अधिकारों की मांग रख रहे हैं। मुख्य मंत्री से प्रमुख मांगों में पेंशन ₹600 से बढ़ाकर ₹5000 दिव्यांग आयोग का गठन, पंचायत एवं नगरीय निकाय में आरक्षण और स्वरोजगार के लिए 10 लाख रुपये तक ऋण शामिल हैं। बता दे कि 20 जुलाई से आरंभ हुए इस दिव्यांगों के नो दिवसीय दिव्यांग स्वाभिमान प्रदर्शन के तहत सभी दिव्यांग जिले के जनप्रतिदनियों में विधायक एवं अन्य दलों के जिलाध्यक्षों के निवास पहुंचकर भोजन के साथ अपनी बातें साझा कर उन्हे ज्ञापन सोंपकर विधानसभा में अपनी समस्याओं को रखवाने का निवेदन कर रहे हे। दिव्यांग चाहते हैं कि 28 जुलाई 2025 से शुरू होने वाली विधानसभा सत्र में दिव्यांगों की मांगों को विधानसभा में लाया जाकर पारित कराया जाए। इस अवसर पर सैकड़ों की तादात में दिव्यांग शामिल रहे।(सीताराम नाटानी -ईएमएस)