वाशिंगटन (ईएमएस)। अगर आप चाहते हैं कि आपके और आपके बच्चों के बीच का रिश्ता मजबूत हो, तो इस छुट्टी वाले दिन को सिर्फ आराम के लिए नहीं, बल्कि रिश्तों को जोड़ने के लिए इस्तेमाल कीजिए। वीकेंड पर बच्चों को किचन में शामिल करें और साथ में कुछ आसान डिश जैसे सैंडविच, पिज़्ज़ा या कुकीज़ बनाएं। यह न सिर्फ उन्हें नई चीज़ें सिखाता है, बल्कि आपसी बातचीत और मस्ती का जरिया भी बनता है। इसके अलावा फैमिली गेम डे प्लान करना भी एक शानदार तरीका है। बोर्ड गेम्स, लूडो या कैरम जैसे खेल बच्चों के दिमागी विकास और टीमवर्क की भावना को बढ़ाते हैं। कभी-कभी घर से बाहर निकलना भी बेहद जरूरी होता है। पास के पार्क में पिकनिक या नेचर वॉक प्लान करें। बच्चों को पेड़ों, फूलों, और कीड़ों के बारे में बताएं, जिससे उनके भीतर जिज्ञासा और प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता बढ़ती है। साथ ही, कोई क्रिएटिव एक्टिविटी जैसे पेंटिंग, क्ले मॉडलिंग या क्राफ्ट करने से बच्चों की कल्पनाशक्ति को नए पंख मिलते हैं। वीकेंड सिर्फ एक्टिव रहने का नहीं, बल्कि खुलकर बात करने का भी समय है। बच्चों से उनके स्कूल, दोस्तों, सपनों और परेशानियों के बारे में बात करें, बिना उन्हें जज किए। इससे वे ज्यादा सुरक्षित और समझे जाने का एहसास करते हैं। अगर बच्चे स्क्रीन देखना चाहें तो साथ में कोई ज्ञानवर्धक फिल्म या डॉक्यूमेंट्री देखें और उस पर चर्चा करें, ताकि स्क्रीन टाइम भी सीखने का समय बन जाए। फिजिकल एक्टिविटी भी बच्चों के लिए उतनी ही जरूरी है। योगा, डांस या साइक्लिंग जैसी एक्टिविटीज़ को परिवार के साथ करने से उनका हेल्दी लाइफस्टाइल भी विकसित होता है। वीकेंड को इस तरह से बिताने से न केवल आपका और आपके बच्चों का रिश्ता मज़बूत होता है, बल्कि उनकी सोच, आत्मविश्वास और इमोशनल ताकत भी बढ़ती है। याद रखिए, बच्चों को महंगे तोहफों से ज्यादा आपकी मौजूदगी और प्यार की ज़रूरत है। बता दें कि आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में माता-पिता और बच्चों के बीच का रिश्ता अक्सर सिर्फ रूटीन तक सिमट कर रह जाता है। स्कूल, ऑफिस, होमवर्क, स्क्रीन और नींद यही है ज़्यादातर परिवारों की दिनचर्या। ऐसे में वीकेंड एक ऐसा मौका बन सकता है, जो पूरे हफ्ते की दूरी को पाट सकता है। सुदामा/ईएमएस 30 जुलाई 2025