अंतर्राष्ट्रीय
04-Aug-2025


यूक्रेनी सेना में महिलाओं की संख्या दोगुनी हुई, ड्रोन से लेकर मोर्चे पर तोपें संभाल रहीं कीव(ईएमएस)। यूक्रेन और रूस युद्ध के बीच यूक्रेन की सेना में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ी है। बीते साढ़े तीन साल में सेना में महिलाओं की संख्या बढक़र एक लाख हो गई है। फिलहाल यूक्रेनी सेना में कुल 10 लाख सैनिक हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, युद्ध शुरू होने के बाद महिलाएं सेना में शामिल होने के लिए खुद आगे आ रही हैं। सशस्त्र बलों की सलाहकार ओक्साना ग्रिगोरिएवा बताती हैं कि रूस के खिलाफ फिलहाल साढ़े पांच हजार महिलाएं सीधे मोर्चे पर हैं। ये महिलाएं ड्रोन से लेकर सीधे मोर्चे पर तोपें संभाल रही हैं। इसके अलावा ये मेडिकल सपोर्ट, फ्रंटलाइन ट्रांसपोर्ट जैसी ड्यूटीज भी निभा रही हैं। बता दें कि 2022 में रूस के आक्रमण से पहले सेना में 15 प्रतिशत महिलाएं थीं। अब उनकी संख्या दोगुनी हो गई है। ग्रिगोरिएवा कहती हैं कि सैन्य स्कूलों और कॉलेजों में अब 20 प्रतिशत छात्राएं हैं, जो बड़ा बदलाव है। पूर्व पेशेवर हेप्टाथलीट अलीना शुख ने शुरू में प्रतिष्ठित अजोव ब्रिगेड में भर्ती होने की कोशिश की, लेकिन उन्हें बताया गया कि उनके लिए कोई पद नहीं है। इसके बाद वे खर्टिया ब्रिगेड में शामिल हुईं। शुख कहती हैं कि वह अपनी ब्रिगेड में ज्यादातर पुरुष सैनिकों से मजबूत हैं। वहीं, तोपखाने की कमांडर ओल्हा बिहार कहती हैं कि टेक्नोलॉजी युद्ध को बदल रही है। अब सबसे अच्छा सैनिक ड्रोन पायलट हो सकता है, जिनकी उगलियां तेज चलती हैं। वे कहती हैं कि मुझे उम्मीद है कि मैं एक दिन रक्षा मंत्री बनूंगी। महिलाओं को युद्ध में नई भूमिका दिलाने की कोशिश इनविजिबल बटालियन के एक रिसर्च प्रोजेक्ट में मदद करने वाली मारिया बर्लिंस्का रूस के शुरुआती आक्रमण के बाद से महिलाओं के लिए ज्यादा भूमिकाएं खोलने की कोशिश कर रही हैं। वे बताती है कि हर युद्ध ने तकनीकी प्रगति और महिलाओं की आजादी को बढ़ावा दिया है। कई महिलाएं कानून के बावजूद लड़ाई में हिस्सा ले रही थीं, जिसमें वे कुक और क्लीनर के रूप में रजिस्टर होती थीं। हालांकि, महिलाओं को भर्ती करने पर कोई राजनीतिक बहस नहीं हुई है। थिंक-टैंक फ्रंटियर इंस्टीट्यूट के येवगेन ह्लिबोवित्स्की कहते हैं कि यह जोखिम भरा हो सकता है। ड्रोन कमांडर की जिम्मेदारी संभाल रहीं महिलाएं महिला कमांडर द्विग यूक्रेनी सेना की पांच सदस्यों वाली एक महिला ड्रोन यूनिट का हिस्सा हैं। वे अपनी पांच महिला दोस्तों के साथ एक कैफे में रुकती हैं और मोइतो ऑर्डर करती है। वहीं, इस कैफे से कुछ दूर तोपों की गडग़ड़ाहट सुनाई देती रही है। ट्विग की साथी टाइटन कहती हैं कि किलिंग शब्द का अर्थ हत्या है, जो गलत है। वह अपने काम को रशियन का सफाया कहना पसंद करती हैं। यूक्रेन सेना की सैनिक मारिया बर्लिस्का कहती हैं कि ड्रोन उड़ाने में लडक़ा-लडक़ी का अंतर मायने नहीं रखता। विनोद उपाध्याय / 04 अगस्त, 2025