मुंबई (ईएमएस)। अपनी मेहनत, खास अंदाज और विविध प्रतिभा के दम पर छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे तक मनीष पॉल ने लंबी यात्रा तय की है। बचपन से ही अपने बोलने के अंदाज से लोगों को प्रभावित करने वाले मनीष का पहला स्टेज अनुभव इतना असरदार था कि उनकी टीचर तक चौंक गई थीं और कहा था, “तू बच्चा है या रेडियो?” यह टिप्पणी जैसे उनके जीवन की दिशा तय कर गई। आज वह न केवल एक दमदार होस्ट हैं, बल्कि बेहतरीन अभिनेता, मॉडल, वीजे, आरजे और यूट्यूबर भी हैं। आज मनीष पॉल की गिनती भारत के सबसे चहेते और वर्सेटाइल एंटरटेनर्स में होती है। मनीष का जन्म 3 अगस्त 1981 को दिल्ली के मालवीय नगर में एक पंजाबी परिवार में हुआ। एक साधारण मिडल-क्लास माहौल में पले-बढ़े मनीष की सोच शुरुआत से ही कुछ अलग थी। दिल्ली के शेख सराय स्थित एपीजे स्कूल से पढ़ाई करने के बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से टूरिज्म में ग्रेजुएशन किया। कॉलेज के दिनों में उन्होंने कल्चरल फंक्शनों में होस्टिंग की, जिससे उन्हें अपने टैलेंट का अंदाज़ा हुआ और फिर मुंबई जाकर किस्मत आजमाने का फैसला किया। साल 2002 में उन्हें पहला मौका स्टार प्लस के शो ‘संडे टैंगो’ में बतौर होस्ट मिला। इसके बाद उन्होंने जी म्यूजिक पर वीजे और रेडियो सिटी पर आरजे के रूप में काम किया। एक्टिंग की शुरुआत उन्होंने ‘घोस्ट बना दोस्त’ से की, फिर ‘राधा की बेटियां कुछ कर दिखाएंगी’ और ‘कहानी शुरू विद लव गुरु’ जैसे सीरियल्स में नजर आए। मगर असली पहचान उन्हें ‘डांस इंडिया डांस लिटिल मास्टर्स’ से मिली, जहां उनके चुटीले डायलॉग्स, बेधड़क अंदाज और लाइव पंचलाइनों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। इसके बाद उन्होंने ‘झलक दिखला जा’, ‘सा रे गा मा पा’, ‘इंडियन आइडल’, ‘इंडिया बेस्ट डांसर’ और ‘नच बलिए’ जैसे शोज होस्ट किए और खुद को टीवी का बेताज बादशाह साबित किया। हालांकि, मनीष की जिंदगी में एक ऐसा दौर भी आया जब वे लगभग एक साल तक बेरोजगार रहे और आर्थिक तंगी से जूझे। उस कठिन समय में उनकी पत्नी संयुक्ता ने उन्हें संबल दिया और घर की ज़िम्मेदारी उठाई। सुदामा/ईएमएस 06 अगस्त 2025