11-Aug-2025
...


नई दिल्ली (ईएमएस)। गुस्से में चिल्ला लेना, किसी से झगड़ लेना या चीजें तोड़ देने से राहत नहीं मिलती, बल्कि उल्टा यह व्यवहार व्यक्ति में और अधिक गुस्सा पैदा कर सकता है। यह दावा किया गया है ताजा अध्ययन में। अमेरिका की ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी में इस स्टडी का नेतृत्व कर रहे कम्युनिकेशन साइंटिस्ट बैड बुशमैन ने कहा कि यह मिथक तोड़ना जरूरी है कि गुस्से को बाहर निकालना मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। उनके अनुसार, इस बात का कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। इस मेटा-एनालिसिस में कुल 154 स्टडीज को शामिल किया गया, जिनमें 10,189 प्रतिभागियों के डाटा का विश्लेषण किया गया। प्रतिभागियों की उम्र, लिंग, नस्ल और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि अलग-अलग थी। अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला गया कि गुस्से को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका फिजियोलॉजिकल अराउजल यानी शरीर के उत्तेजना स्तर को शांत करना है। बॉक्सिंग, जॉगिंग या मार्शल आर्ट जैसी गतिविधियां अक्सर गुस्सा कम करने के उपायों के रूप में सुझाई जाती हैं, लेकिन यह रिसर्च बताती है कि ऐसी गतिविधियां गुस्से को शांत करने के बजाय और भी अधिक उकसा सकती हैं। रिसर्च में यह भी कहा गया है कि गुस्से को नजरअंदाज करना कोई समाधान नहीं है। बल्कि जरूरी यह है कि व्यक्ति समझे कि उसे गुस्सा क्यों आया, ताकि वह अपनी भावनाओं को बेहतर ढंग से समझ सके और उन पर नियंत्रण रख सके। इसके लिए शांत करने वाली गतिविधियां अधिक असरदार साबित हो सकती हैं। उदाहरण के तौर पर योग, मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग, मसल रिलैक्सेशन और माइंडफुलनेस जैसी तकनीकें व्यक्ति को भीतर से शांत करती हैं और गुस्से की तीव्रता को घटाने में मदद करती हैं। स्टडी में यह भी पाया गया कि टाइमआउट लेना, यानी कुछ समय के लिए स्थिति से खुद को अलग कर लेना, या फिर 1 से 10 तक की गिनती करना भी गुस्से पर नियंत्रण पाने का सरल लेकिन असरदार उपाय हो सकता है। इसके अलावा कुछ हल्के-फुल्के खेल जैसे बॉल गेम्स, जो मजेदार और सहयोगात्मक होते हैं, वे भी मानसिक तनाव को कम करने और आक्रामकता को घटाने में सहायक हो सकते हैं। इस शोध का मुख्य संदेश यही है कि गुस्सा कोई ऐसी भावना नहीं है जिसे जोर-जबरदस्ती से बाहर निकाला जाए, बल्कि उसे समझकर, स्वीकार करके और शांत रहकर नियंत्रित किया जाना चाहिए। गलत तरीके से गुस्सा निकालने से मन की शांति नहीं मिलती, बल्कि मानसिक और शारीरिक रूप से और नुकसान हो सकता है। बता दें कि अक्सर यह माना जाता है कि गुस्से में चिल्ला लेना, किसी से झगड़ लेना या चीजें तोड़ देना मन की भड़ास निकालने और तनाव कम करने का एक असरदार तरीका है। सुदामा/ईएमएस 11 अगस्त 2025