11-Aug-2025
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- कॉग्रेस ने की रोक लगाने की मांग - बिजली कंपनी का घेराव कर सीएम के नाम सौपा ज्ञापन भोपाल(ईएमएस)। देश सहित मध्य प्रदेश में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर का लगातार विरोध जारी है। इसी बीच कॉग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह मीटर एक ऐसी कंपनी के द्वारा स्थापित किए जा रहे हैं, जिसके मालिक एवं अधिकारी पाकिस्तानी मूल के हैं। जो भविष्य में हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा एवं नागरिक सुरक्षा दोनों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। इसे लेकर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने आरोप लगाया है। उन्होनें सोशल मीडिया पर लिखा है की, भोपाल में स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनियों के अफसरों में पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल और फिर भी भाजपा सरकार देशभक्ति का ढोल पीट रही है। जब देश की बिजली व्यवस्था में दुश्मन देश के लोग घुसपैठ करें, तो ये राष्ट्रवाद है, या राष्ट्र-विश्वासघात। इसे लेकर कॉग्रेस कार्यकर्ताओ ने सड़क पर उतरकर मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, भोपाल के कार्यालय का घेराव करते हुए इन मीटरो के लगाये जाने पर तुरंत ही रोक लगाने की मांग की है। पूर्व अध्यक्ष, शहर (जिला) कांग्रेस कमेटी, प्रदीप मोनू सक्सेना ने बताया की स्मार्ट मीटर एक ऐसी कंपनी के द्वारा स्थापित किए जा रहे हैं, जिसके मालिक एवं अधिकारी पाकिस्तानी मूल के हैं। जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है। एक और भाजपा स्वदेशी अपनाओ का नारा देती है, वहीं अरब की विदेशी कंपनियों को टेंडर दे कर देश के नागरिकों के साथ खुली लूट की जा रही है। मोजू सक्सेना ने आगे बताया की इस गंभीर विषय की जांच एवं आवश्यक कार्यवाही की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा डिवीजन ऑफिस 2 स्टॉप मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड, का घेराव कर सीएम के नाम ज्ञापन सौपां गया है। उनकी मांग है की स्मार्ट मीटर लगाने पर फौरन ही रोक लगाई जाये और इसमें शामिल दोषियो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाये। कॉग्रेस नेता ने चेतावनी दी की यदि जल्द ही सरकान ने इस दिशा में ठोस कार्यवाही नहीं की तो कॉग्रेसं सड़को पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगी। * ऐसे उठा विवाद जानकारी के अनुसार थिंक टैंक इंडिया स्मार्ट ग्रिड फोरम (आईएसजीएफ) ने विद्युत मंत्रालय को डिस्कॉम के खाड़ी देशों में मुख्यालय वाली कंपनियों को दिए गए कुछ स्मार्ट मीटरिंग अनुबंधों के बारे में आगाह किया है, जिनमें कहा गया है, कि वरिष्ठ और मध्यम प्रबंधन अधिकारी पाकिस्तानी नागरिक हैं। एसजीएफ ने बिजली मंत्रालय को लिखे एक पत्र में कहा कि कुछ डिस्कॉम ने कुछ कंपनियों को स्मार्ट मीटरिंग (एडवांस्ड मीटरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, या एएमआई) अनुबंध दिए हैं, जिनका मुख्यालय खाड़ी देशों में है, और अधिकांश विदेशियों के स्वामित्व में हैं, जहां वरिष्ठ और मध्यम प्रबंधन अधिकारी-इंजीनियर पाकिस्तानी नागरिक हैं, जो गंभीर सुरक्षा मुद्दे पैदा कर सकते हैं। जुनेद / 11 अगस्त