राज्य
23-Aug-2025


जयपुर (ईएमएस)। भरतपुर के ऐतिहासिक और जलीय जीवन के लिए प्रसिद्ध बंध बरेठा वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में अब जल्द ही शेरों की दहाड़ सुनाई देगी। इस क्षेत्र को एक बायोलॉजिकल पार्क में बदलने की योजना पर काम शुरू हो गया है, जिससे यह स्थान अब जलीय जीवों के साथ-साथ बड़े मांसाहारी जानवरों का भी घर बनेगा।यह पहल न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोज़गार के नए अवसर भी पैदा करेगी। वन विभाग की इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत लगभग 50 हेक्टेयर भूमि पर करीब 70 करोड़ रुपये की लागत से एक बायोलॉजिकल पार्क का निर्माण किया जाएगा। भरतपुर के वन संरक्षक (डीएफओ) मानस सिंह ने बताया कि इस पार्क में शेर, बाघ, तेंदुआ, घड़ियाल और मगरमच्छ जैसे प्रमुख वन्यजीवों को रखा जाएगा। इन जीवों को एक्सचेंज पॉलिसी के तहत देश के अन्य चिड़ियाघरों और पार्कों से लाया जाएगा। पर्यटकों के लिए नया आकर्षण: अब तक बंध बरेठा मुख्य रूप से अपने घड़ियालों, मगरमच्छों और विभिन्न प्रकार के पक्षियों के लिए जाना जाता था। लेकिन बायोलॉजिकल पार्क के निर्माण के बाद यह पर्यटकों के लिए एक बड़ा आकर्षण बन जाएगा। पर्यटक अब एक ही स्थान पर इन सभी वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास के करीब देख सकेंगे। स्थानीय ग्रामीणों में इस परियोजना को लेकर भारी उत्साह है। उन्हें उम्मीद है कि बायोलॉजिकल पार्क बनने से यहाँ आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, जिससे क्षेत्र में होटल, गाइड, और अन्य छोटे-मोटे व्यवसायों के रूप में रोज़गार के साधन उपलब्ध होंगे। डीएफओ मानस सिंह ने बताया कि बायोलॉजिकल पार्क का निर्माण वन्यजीव संरक्षण के साथ-साथ लोगों को प्रकृति के करीब लाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना न केवल बंध बरेठा की जैव विविधता को बढ़ाएगी, बल्कि इसे राजस्थान के प्रमुख वन्यजीव पर्यटन स्थलों में से एक के रूप में स्थापित करेगी। अशोक शर्मा/4 बजे/ 23 अगस्त 2025