मुंबई, (ईएमएस)। महाराष्ट्र में मराठा आंदोलन से माल परिवहन पर व्यापक प्रभाव पड़ा है। इस आंदोलन के चलते माल परिवहन ठप हो गया है। दरअसल आंदोलन के चलते दक्षिण मुंबई से होकर गुजरने वाले अटल सेतु, नवी मुंबई मार्ग, पनवेल और ईस्टर्न फ्रीवे मार्ग भारी वाहनों और अधिक भार वाले माल के लिए पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं, जिससे माल परिवहन पूरी तरह से ठप हो गया है। इससे निर्यातकों, आयातकों और परियोजना कार्गो ऑपरेटरों को भारी नुकसान हुआ है। खबर है कि हजारों करोड़ रुपये मूल्य का निर्यात-आयात का सामान, सब फँसा हुआ है। ये सामग्रियाँ, जो देश की विभिन्न परियोजनाओं और विकास योजनाओं के लिए आवश्यक हैं, फँसी हुई हैं। खाली कंटेनरों पर डिटेंशन चार्ज, विलंब शुल्क और भारी जुर्माना लगाया जा रहा है। कई वाहन बिना ड्राइवरों के खड़े हैं। यदि इस संबंध में जल्द ही उचित कदम नहीं उठाए गए, तो महाराष्ट्र और भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को नुकसान होगा। क्योंकि कार्गो शिपमेंट रद्द किए जा रहे हैं और व्यापार समझौते रद्द किए जा रहे हैं। संजय/संतोष झा/०२ सितंबर/२०२५/ईएमएस