नई दिलली (ईएमएस)। हर बार सीने का दर्द हार्ट अटैक का लक्षण नहीं होता, इसके पीछे कई और कारण भी हो सकते हैं। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि लोग सीने में उठने वाले दर्द की प्रकृति को समझें और सही समय पर सही कदम उठाएं। विशेषज्ञों के अनुसार अगर खाना खाने के तुरंत बाद सीने में दर्द होता है और इसके साथ जी मिचलाना, डकार आना, उल्टी या पेट फूलने जैसी समस्या महसूस हो रही है, तो यह अधिकतर गैस या एसिडिटी की वजह से होता है। इस तरह का दर्द आमतौर पर चलने-फिरने या सौंफ और पुदीना जैसी घरेलू चीजों से कम हो जाता है, जबकि हार्ट अटैक का दर्द धीरे-धीरे बढ़ता है और दबाव जैसा महसूस होता है। कई बार मांसपेशियों के खिंचाव की वजह से भी सीने में चुभन जैसी तेज पीड़ा हो सकती है। यह दर्द हिलने-डुलने या काम करने से और बढ़ जाता है, जबकि हार्ट अटैक का दर्द एक जगह केंद्रित नहीं रहता बल्कि यह फैलकर हाथ, जबड़े या पेट तक पहुंच सकता है और जकड़न जैसा महसूस कराता है। अगर हिलने-डुलने या गहरी सांस लेने से दर्द बढ़ता है तो यह हार्ट अटैक का संकेत नहीं बल्कि लंग लाइनिंग इन्फ्लेमेशन या मस्क्युलोस्केलेटल इश्यूज की वजह से हो सकता है। इसके विपरीत हार्ट अटैक का दर्द सांस लेने या हिलने से प्रभावित नहीं होता और लगातार बना रहता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि तनाव या एंग्जाइटी की स्थिति में भी अचानक घबराहट और सीने में तेज दर्द उठ सकता है। इस दौरान सांस फूलना और बेचैनी महसूस होना सामान्य है और यह दर्द ध्यान भटकाने या रिलैक्स करने पर खुद ही कम हो जाता है। अगर दर्द कभी-कभी होता है, उसकी तीव्रता बदलती रहती है या खांसी-जुकाम और फ्लू के दौरान होता है तो यह अधिकतर रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन की वजह से होता है और साधारण दवाओं से ठीक हो जाता है। इसके विपरीत हार्ट अटैक का दर्द एक समान बना रहता है और समय के साथ और गंभीर हो सकता है। ऐसे में सही लक्षण पहचानना बेहद जरूरी है ताकि समय पर डॉक्टर से संपर्क किया जा सके। बता दें कि भारत में तेजी से बढ़ते हार्ट अटैक के मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। अक्सर जब किसी को सीने में तेज दर्द होता है तो सबसे पहले यही डर सताने लगता है कि कहीं यह हार्ट अटैक का संकेत तो नहीं। सुदामा/ईएमएस 04 सितंबर 2025