- छात्रों ने कलेक्टर से की शिकायत सिंगरौली (ईएमएस)। जिले में शिक्षा विभाग की लापरवाही और भ्रष्टाचार एक बार फिर सुर्खियों में है। ग्राम पंचायत जोगियानी के छात्रों और ग्रामीणों ने मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में खुलकर शिकायत दर्ज कराई कि विद्यालय में बिजली कनेक्शन ही नहीं है, इसके बावजूद विभागीय अधिकारियों ने लाखों रुपये खर्च कर एलईडी टीवी और स्मार्ट क्लास को कागजों पर चालू दिखा दिया। दर्जनों छात्र-छात्राएं और ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग ने बिना आधारभूत सुविधाओं के ही स्मार्ट क्लास शुरू कर दी। हकीकत यह है कि बिजली न होने के कारण न तो टीवी काम कर पा रही है और न ही स्मार्ट क्लास का कोई उपयोग हो रहा है। ग्रामीणों ने इसे छात्रों के शिक्षा के मौलिक अधिकार का खुला उल्लंघन बताया। शहडोल के बाद सिंगरौली में भी घोटाला कुछ ही दिन पहले शहडोल जिले में स्कूल पुताई में हुए भ्रष्टाचार का मामला गर्माया था। अब सिंगरौली जिले में भी शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जिला परियोजना अधिकारी और डीपीसी कार्यालय के अधिकारियों ने मनमानी कर पद का दुरुपयोग किया और बिना बिजली के ही स्मार्ट क्लास का फर्जी शुभारंभ कर दिया। ग्रामीणों ने कलेक्टर से दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि जिम्मेदारों पर आईपीसी 1860 की धारा 166, 167 और बीएनएस 2023 की धारा 199, 200 के तहत एफआईआर दर्ज की जाए। साथ ही, विभागीय कार्रवाई कर दोषियों को दंडित किया जाए। शिकायतकर्ताओं ने यह भी कहा कि यदि जिला प्रशासन कार्रवाई करने में असमर्थ है, तो मामला उच्च अधिकारियों को भेजकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और उसकी प्रतिलिपि 30 दिनों के भीतर उपलब्ध कराई जाए। शिकायत के मुख्य बिंदु विद्यालय में बिजली कनेक्शन न होने के बावजूद स्मार्ट क्लास और एलईडी टीवी कागजों पर चालू। बिजली के अभाव में छात्रों को स्मार्ट क्लास का लाभ नहीं। आदेश पत्र और डीटीएच लगाने की प्रक्रिया में अनियमितता। शिक्षा के अधिकार का हनन। दोषी अधिकारियों पर एफआईआर और विभागीय कार्रवाई की मांग। डीपीसी ने दी सफाई इस मामले में जब जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) राम लखन शुक्ला से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा की “मैं उस समय टीएल मीटिंग में था और तभी मुझे बुखार हो गया। दवा लेकर आपसे बात कर रहा हूं। फाइल चेक कर बताऊंगा। शायद जोगियानी में स्मार्ट क्लास अभी चालू ही नहीं हुई है और सूची में वहां का नाम नहीं है।” शिकायत के समर्थन में दस्तावेज भी किये पेश ग्रामीणों ने अपनी शिकायत में कई पूर्व पत्राचार और दस्तावेज भी संलग्न किए, जिनमें दिनांक 14/08/2023 को दिया गया आवेदन (आवक संख्या 4392), उपखंड अधिकारी माडा का पत्र (23/12/2024), जिला परियोजना अधिकारी शिक्षा विभाग का पत्र क्रमांक 663/664/2025 (16/06/2025), विकासखंड शिक्षा अधिकारी का निरीक्षण पत्र (05/10/2023), पंचायत सीईओ बैढन का पत्र क्रमांक 2520 (16/10/2023), और अखबार में प्रकाशित खबर की प्रतियां शामिल हैं। ग्रामीणों ने साफ कहा है कि यदि जल्द ही विद्यालय में बिजली कनेक्शन उपलब्ध नहीं कराया गया और स्मार्ट क्लास की सही व्यवस्था नहीं की गई, तो छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित होगी। ऐसे में वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। आर एन पाण्डेय क़ी रिपोर्ट