करीब 9 साल पुराने चाकूबाजी के मामले में पीसी ने दिये दोबारा जॉच के आदेश भोपाल(ईएमएस)। एमडी ड्रग्स, अवैध कब्जे, मारपीट, अड़ीबाजी, दुष्कर्म, अवैध हथियार तस्करी के मामलो में फंसे मछली परिवार के शारिक मछली पर भी जल्द ही पुलिस का शिकंजा कस सकता है। साल 2016 में रेलवे कर्मचारी राजेश तिवारी पर हुए हमले में पुलिस ने शारिक मछली के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। आला अफसरो के कड़े तेवर देखते हुए आशंका है, कि जांच के बाद मामले में पुलिस शारिक को आरोपी बना सकती है। इसके बाद पुलिस पूरक चालान पेश करेगी। गौरतलब है की प्रकरण में आरोपी बनाये गये शारिक अहमद उर्फ मछली का नाम हटाकर चालान पेश करने का मामला सामने आया था। इसे लेकर अशोका गार्डन थाना प्रभारी अनूप उइके को नोटिस जारी किया गया था। जानकारी के अनुसार अशोका गार्डन निवासी राजेश तिवारी की शिकायत पर 1 अक्टूबर 2016 को एफआईआर दर्ज हुई थी। आरोप था, कि 30 सितंबर की रात साढ़े आठ बजे पुल बोगदा से लौटते समय उनकी कार को एक्टिवा सवार ने टक्कर मार दी थी। रिजवान और शोएब ने टक्कर मारी थी। जबकि दूसरी एक्टिवा पर शारिक मछली और साथी थे। चारों ने राजेश पर चाकू से हमला किया और फरार हो गये थे। तत्कालीन थाना प्रभारी अनूप उइके ने जांच में रिजवान और शोएब को आरोपी माना बाद में 14 जुलाई 2018 को चालान पेश किया। लेकिन शारिक और एक अन्य का नाम हटा दिया था। इस मामले में पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच के बाद पूरक चालान पेश होगा। जांच में अगर शारिक की भूमिका सामने आती है, तो कार्रवाई की जाएगी। जुनेद / 5 सिंतबर