फिरोजाबाद (ईएमएस) शुक्रवार को ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर नगर में दो स्थानों से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया। जुलूस का शुभारंभ करबला कमेटी के अध्यक्ष हिकमत उल्ला खान व अन्य जिम्मेदारों ने हरी झंडी दिखाकर किया। पहला जुलूस आकाशवाणी के सामने मदरसा रिजविया दारुल उलूम से प्रारंभ होकर रामगढ़ रोड, कश्मीरी गेट, अब्बास नगर, नई आबादी, रसूलपुर आदि मार्गों से होता हुआ पुनः मदरसा रिजविया पर संपन्न हुआ। वहीं दूसरा जुलूस शाही मस्जिद मोहल्ला कटरा पठानान से प्रारंभ होकर गांधी पार्क, सेंट्रल चौराहा, घंटाघर, उर्वशी रोड, कोटला लाल चौक होते हुए शाही मस्जिद पर समाप्त हुआ। जुलूस में हजारों की संख्या में बुजुर्ग, नौजवान और बच्चे हाथों में झंडे लेकर शामिल हुए। छोटे हाथियों व ई-रिक्शों में डीजे व साउंड सिस्टम से नाते बजाई जा रही थीं। रास्तेभर नारे तकबीर अल्लाह हू अकबर, हिंदुस्तान जिंदाबाद और सरकार की आमद मरहबा जैसे नारे गूंजते रहे। जुलूस में करबला कमेटी के अध्यक्ष हिकमत उल्ला खान, जुलूस-ए-मोहम्मदी के सरपरस्त हाफिज रफीउद्दीन कादरी, सदर मौलाना तनवीर उल कादरी, जामा मस्जिद के सेक्रेटरी सूफी जमील नासिर अबरारी सहित अनेकों उलेमा व जिम्मेदार मौजूद रहे। जुलूस का मुख्य आकर्षण रहा हिंदू-मुस्लिम एकता का दृश्य, जब हिंदू धर्मगुरु पंडित मुन्नालाल शास्त्री ने बांके बिहारी मंदिर के बाहर जुलूस में आए मौलाना और जिम्मेदारों का माला पहनाकर स्वागत किया। वहीं शिक्षाविद् डॉ. मयंक भटनागर ने गांधी पार्क चौराहे पर पानी पिलाकर और माला पहनाकर पदाधिकारियों का इस्तकबाल किया। मार्ग में जगह-जगह सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने उलेमा व जुलूस में शामिल लोगों का हार, माला, साफा, शीतल पेय, लड्डू और पैकेट वितरित कर स्वागत किया। खासकर हिंदू मोहल्लों से गुजरते समय स्थानीय लोगों ने भाईचारे की मिसाल पेश करते हुए जुलूस का जोरदार स्वागत किया। कर्बला कमेटी के अध्यक्ष हिकमत उल्ला खान ने कहा कि आज का दिन हमारे नबी की पैदाइश का दिन है और मोहम्मद साहब ने पूरी दुनिया को मोहब्बत और भाईचारे का पैगाम दिया। हम सब उसी पैगाम पर चलते हुए एकजुट रहते हैं। त्योहार की व्यवस्थाओं के लिए करबला कमेटी और उलेमा ने जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नगर पुलिस अधीक्षक, सीओ सिटी सहित सभी थाना प्रभारियों व पुलिस टीम का आभार जताया। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया के पत्रकारों को भी धन्यवाद दिया।