भोपाल(ईएमएस)। अयोध्या नगर स्थित जिंदाल अस्पताल में इलाज के दौरान हुई एक युवती की मौते के मामले में पुलिस ने अस्पताल प्रबंधन, ड्यूटी डाक्टर और अन्य स्टाफ के खिलाफ लापरवाही बरतने का केस दर्ज किया है। मर्ग जांच में खुलासा हुआ कि युवती की मौत अस्पताल द्वारा की गई इलाज में लापरवाही के कारण हुई थी। फिलहाल इस मामले में किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मिली जानकारी के अनुसार शालू यादव पुत्र हरिराम यादव (25) विकास नगर कालोनी, बैरसिया रोड की रहने वाली थी। बीती 1 मई को घुटने के इलाज के लिए उसे अयोध्या नगर स्थित जिंदाल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन करने के बाद डॉक्टरों ने उसे आईसीयू वार्ड में रखा था। रात के समय अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी और बाद में अलसुबह के शालू ने दम तोड़ दिया। उस समय परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया था। मर्ग जांच के दौरान मृतका के परिजनों के बयान, शासकीय जयप्रकाश अस्पताल की मेडिकल समिति का अभिमत, एचडीयू वार्ड की सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पता चला कि शालू के इलाज में गंभीर लापरवाही बरती गई थी। इसके चलते पुलिस ने जिंदाल अस्पताल प्रबंधन, सर्जन डॉक्टर, ड्यूटी डाक्टर, नर्स और इलाज से जुड़े अन्य स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जांच के दौरान पता चला कि शालू को सुबह करीब ग्यारह बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शाम करीब पांच बजे उसका आपरेशन किया गया और सात बजे आईसीयू वार्ड में शिफ्ट किया गया। रात करीब बारह बजे तक शालू पूरी तरह से सामान्य थी, और मोबाइल चला रही थी। वार्ड में उसकी मां भी मौजूद थी, जिनसे वह बातचीत कर रही थी। उसके बाद उसने पैर में दर्द की शिकायत की तो मां ने वार्ड में मौजूद स्टाफ को बुलाया। उसके बाद नर्स ने बॉटल में एक इंजेक्शन लगाया और बताया कि कुछ देर बाद दर्द कम हो जाएगा। उसके बाद ड्यूटी डाक्टर वार्ड में पहुंचे और शालू से बातचीत करने के बाद वापस लौट गए। जुनेद / 6 सितंबर